ओ तेरी..
उस रात की पूरी कहानी जब भारत ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर लिया बदला..
सर्जिकल स्ट्राइक मतलब किसी एक ख़ास टारगेट पर हमला कर उसे तबाह करना और ऐसा करने में आम नागरिक और बेकसूर लोगो को कोई नुकसान नहीं पहुँचे यह प्राथमिकता हो. इस स्ट्राइक को सैन्य टुकड़ियों द्वारा अंजाम दिया जाता है. भारत ने भी कुछ ऐसा ही सर्जिकल स्ट्राइक को 29 सितम्बर 2016 को अंजाम दिया औऱ पाकिस्तान के अंदर जाकर आतंकियों के चिथड़े उड़ा दिये. 2016 में जब पाकिस्तान से आये आतंकियों ने उरी में हमला कर हमारे दर्ज़नो सैनिको को शहीद कर दिया तब से ही भारत के आबादी की नज़र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर थी. उरी में आंतकियो ने जो हमला किया उसके बाद भारत बदले की आग में जल रहा था और 29 सितम्बर की रात वो वक्त आ ही गया जब भारतीय सेना के वीर जवानों ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुसकर धावा बोल दिया और वहाँ आतंकी ठिकानों पर हमला कर दिया.
29 सितंबर की रात विश्व के इतिहास में भारत के शौर्यता का प्रतीक बना ऐसा पहली बार हुआ जब भारत ने घुसकर पाकिस्तान में अपना बदला लिया हो. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उरी हमला का तुरंत बदला लेकर देश के लोगो का अपने नेतृत्व के प्रति भड़ोसा तो बढ़ाया ही साथ ही इसके पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब भी दिया.
- ऑपरेशन रात 12.30 बजे शुरू हुआ, स्पेशल फोर्सेज के पैराट्रूपर्स को भी शामिल किया गया था.
- कमांडोज को एलओसी के पास एयरड्रॉप किया गया। इसके बाद वह पैदल सीमा पार कर पाकिस्तान में दाखिल हुए.
- भारतीय कमांडोज एलओसी में तीन किलोमीटर तक भीतर घुस गए
- सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान आतंकियों के लॉन्च पैड्स को तबाह कर दिया गया।
- भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक में 38 आतंकी और दो पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे.
- भारतीय सेना को इस पूरे ऑपरेशन में कोई नुकसान नहीं हुआ यह सबसे अहम बात है.
- हेलिकॉप्टर्स का इस्तेमाल किया गया। पूरा ऑपरेशन सुबह 4.30 बजते-बजते खत्म हो चुका था.
रातों रात पाकिस्तान के मंसूबो को चकनाचूर कर देने वाली भारतीय सेना ने शौर्य और साहस का परिचय देकर हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया.