किस्सा- कहानी
कौन थे सिद्ध संत देवराहा बाबा, जिनकी इंदिरा गांधी भी थी भक्त
हमारे देश में कई ऐसे बाबा रहे हैं जिन्होंने अपनी इच्छाशक्ति और दिव्य तप के कारण पूरे दुनिया में लोकप्रियता हासिल की है. इन्हीं बाबाओ में उत्तर प्रदेश के एक देवराहा बाबा का नाम शामिल है, जिनसे आशीर्वाद लेने के लिए हमारे देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भी पहुंचा करती थी. यह वह दौर था जब कांग्रेस अपने चुनाव चिन्ह पर चर्चा कर रही थी. इस बीच जब इंदिरा गांधी देवराहा बाबा से आशीर्वाद लेने पहुंची तो उस वक्त बाबा ने उन्हें हाथ उठाकर आशीर्वाद दे दिया और कांग्रेस की मुश्किल हल हो गयी, जिसके बाद इंदिरा गांधी ने पंजे छाप को कांग्रेस का चुनाव चिन्ह बना दिया.
देवराहा बाबा अपने पास आए भक्तों के मन की बात बिना कहे जान लेते थे. यही वजह थी कि उनके पास भक्तों की कतार लगी होती थी. बाबा के भक्तों का मानना है कि वह लगभग ढाई सौ से 500 साल तक जीवित रहे. इतना ही नहीं आप जानकर चौक जायेंगे की दिव्य शक्ति माने जाने वाले देवराहा बाबा बेहद ही सरल, सहज और शांत स्वभाव के व्यक्ति थे जो आधे घंटे तक बिना सांस लिए यमुना नदी के किनारे वृंदावन के पानी में रह सकते थे. यही वजह थी कि उनके भक्तों ने उनके चमत्कार को तलाशना शुरू किए और आज भी उनके चमत्कार को लेकर तरह-तरह की बातें कही जाती है.