किस्सा- कहानी
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की प्रेम कहानी – जानिये इंदिरा को कैसे हुआ फ़िरोज से प्यार..
हमारे देश की पूर्व और पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के शादी के किस्से बेहद ही रोचक है, जब वह केवल 16 साल की थी तब उन्हें फिरोज खान द्वारा पहली बार शादी के लिए प्रपोज किया गया था, पर किसी ने उम्मीद नहीं की थी कि वह उनके प्रपोजल को ठुकरा देंगी, लेकिन वक्त बदलने के साथ इंदिरा गांधी फिरोज खान के और नजदीक आ गई. जब कुछ समय बाद इंदिरा गांधी की मां का निधन हुआ तब फिरोज खान के अलावा उनके पास सहारा देने के लिए कोई नहीं था. यही वजह रही कि दोनों के बीच नज़दीकियां और बढ़ती गई और दोनों एक दूसरे के करीब आ गए. पर इंदिरा गांधी इस बात से बिल्कुल अनजान थी कि उनके पिता जवाहरलाल नेहरू उनके रिश्ते से नाखुश थे, पर कभी भी उन्होंने अपनी बेटी के रिश्ते की प्रति निराशा दिखाई नहीं.
अपने रिश्ते को एक नाम देने के लिए 1942 में इंदिरा गांधी और फिरोज खान ने एक दूसरे के साथ शादी रचाई, पर इनकी शादी में कई तरह की रुकावट देखी गई. जैसे-जैसे इंदिरा गांधी ने राजनीति में कदम रखना शुरू किया उनके रिश्तो में दरार पड़नी शुरू हो गई, जहां कुछ महीने बाद इंदिरा गांधी ने अपने पहले संतान राजीव गांधी को जन्म दिया.
अपने रिश्तो के बीच दूरियां को मिटाने के लिए इसके कुछ समय बाद इंदिरा गांधी अपने पति के साथ कुछ समय के लिए बाहर गई पर जैसे ही अपने देश लौटी उनके रिश्तो में एक बार फिर से खटास शुरू हो गई.
कहा जाता है कि इंदिरा गांधी के लिए वह पल सबसे तकलीफदेह रहा जब वह अपने दूसरे बच्चों को जन्म देने वाली थी और उन्हें पता चला कि उनके पति फिरोज खान के किसी अन्य महिला के साथ संबंध है, पर इंदिरा गांधी ने इन सभी बातों पर अपना वक्त जाया करने से बेहतर अपने राजनीति को संभालना समझा, जहां कुछ महीनों बाद इंदिरा गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया गया जिन्होंने पूरी क्षमता के साथ पार्टी की जिम्मेदारियां संभाली, लेकिन कुछ महीनों बाद पति फिरोज खान की मौत ने इंदिरा गांधी को बेसुध कर दिया.
कहा जाता है कि फिरोज गांधी की मौत के बाद काफी समय तक की इंदिरा गांधी इस सदमे से बाहर नहीं उबर पाई थी.