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एक सनकी तानाशाह की अनसुनी कहानी, नॉर्थ कोरिया का राक्षस –

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नॉर्थ कोरिया के सनकी तानाशाह की कहानी

नॉर्थ कोरिया के सनकी तानाशाह किम जॉन की कहानी से आज पूरी दुनिया रूबरू है कि किस प्रकार वह अपनी क्रूरता का शिकार लोगों को बनाता है. ऐसा तानाशाह जिसके लिए मौत की सजा भी मजाक है. किम जॉन का जन्म 8 जनवरी 1982 को हुआ था. हालांकि किम जोन के जन्मदिन को लेकर भी काफी रूप से विवाद है. बताया जाता है कि किम जोन की तीन अलग-अलग जन्म तिथि है.आज किम जोन का खौफ उत्तर कोरिया के बच्चे- बच्चे के दिल में बसता है.


सनकी तानाशाह के कई ऐसे किस्से है जिसे सुनकर आप भी चौंक जाएंगे, जो अपने सगे संबंधियों को भी मौत के घाट उतारने में नहीं कतराता है. यह वही किम जोन है जिसने अपने फुफे को भूखे शिकारी कुत्तों के सामने नोच के खाने के लिए छोड़ दिया था और अपनी बुआ को जहर दे दिया था. इसने अपने सौतेले भाई को भी जिंदा नहीं छोड़ा.

एक बार तो किम जोन ने अपने ही रक्षा प्रमुख को एक झपकी लेने पर उसे मौत की नींद सुला दी थी. किम जॉन की किताब में माफी शब्द का कोई जिक्र नहीं है. यहां गलती की सजा केवल मौत होती है.
किम जोन अपने आप को भगवान समझते हैं और उनका मानना है कि वह मौसमी बदलाव पर नियंत्रण कर सकता है.

सनकी तानाशाह कहलाने वाला किम जोंग अपनी सुरक्षा को लेकर काफी रूप से सतर्क रहता है. किम जोन जिस मर्सिडीज़ का इस्तेमाल करते हैं उसमें उनके पसंद से सारे फीचर डाले गए हैं. इतना ही नहीं यह कार पूरी तरह से बुलेट प्रूफ है जो हर समय दुश्मन पर हमला करने के लिए तैयार रहती है.

बचपन से ही किम जोन को बास्केटबॉल खेलना काफी पसंद था. अपनी शुरुआती पढ़ाई के लिए किम जोन स्विजरलैंड गए थे. हालांकि इस बारे में कोई स्पष्ट रूप से जानकारी नहीं है. एक तानाशाह के रूप में किम जोन तब उभरे जब 28 दिसंबर 2011 को उनके पिता की मृत्यु हो गई फिर यहीं से उन्होंने वर्कर पार्टी ऑफ कोरिया का नेतृत्व किया और यहीं से उनके तानाशाह बनने की कहानी शुरू हुई.



नॉर्थ कोरिया में किम जॉन के तानाशाह का खौफ इतना है कि इस देश में लोगों को टीवी देखने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. लोग केवल वही सारी चीजें देख सकते हैं जो किम जॉन उन्हें दिखाना चाहते हैं. इतना ही नहीं कि उन्होंने अपने देश में जींस पहनने और अपनी मर्जी से हेयर स्टाइल कटवाने पर भी पाबंदी लगा कर रखी हुई है.

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