एक था खलनायक
ओसामा बिन लादेन की मौत की कहानी, अमेरिका ने कैसे किया स्ट्राइक.
दुनिया का सबसे खूंखार आतंकी माने जाने वाला ओसामा बिन लादेन का जन्म 10 मार्च 1957 को रियाद के सऊदी अरब में हुआ था, जो एक वक्त में सबसे चर्चित और इनामी आतंकवाद बन चुका था, पर किसी ने सोचा नहीं था कि लादेन अपने ही घर में इस तरह मारा जाएगा.
जब उसका अंत सामने आया तो उसने सारे हथकंडे छोड़कर मौत को चुपचाप गले लगाना सही समझा. लादेन को मारने के लिए अमेरिकी सेना द्वारा साढे़ 3 घंटे का ऑपरेशन चलाया गया था तो आइए आपको उस रात की ओर ले चलते हैं जिस दिन इस खूंखार आतंकी का अंत हुआ था.
आपको बता दें कि 2 मई 2011 का वह दिन था जिस दिन शायद लादेन को भी यह पता चल चुका था कि अब उसका अंतिम समय आ गया है. पाकिस्तान के इस्लामाबाद जहां पर लादेन अपनी तीनों पत्नियों और बच्चों के साथ रहता था. यह वही जगह थी जहां पर कोई भी फोन का इस्तेमाल नहीं करता था. अगर एक जगह से दूसरी जगह संदेश पहुंचाना हो तो कुछ लोगों को लादेन यह काम सौंपता था. इन्हीं में से कुछ लोगों ने लादेन की मौत का रास्ता साफ कर दिया, क्योंकि सीआईए के चुंगल में जब लादेन के कुछ लोग आ गए तो उन्हीं से उनके ठिकानों का पता चल गया.
नमाज पढ़ने का वह दिन था जिस दिन लादेन का पूरा परिवार नमाज अदा करके घर लौटा तो रात को अपने छत पर उन्हें अजीब तरह की आवाज सुनाई दी और फिर अपने छत से रस्सी लगाकर अमेरिकी सैनिक उतरते नजर आए. जैसे धीरे-धीरे आवाज तेज होती गई लादेन की बौखलाहट शुरू हो गई और वह अपनी सुरक्षा के लिए घर में पड़े हथियार की तरफ भागा, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी. उस वक्त तक आधी अमेरिकी सेना उसके घर में घुस चुकी थी.
ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर की टीम ने कुछ भी सोचने समझने का मौका लादेन को नहीं दिया और हर तरफ गोलियां चलनी शुरू हो गई. कहा जाता है कि अपनी मौत को सामने देख लादेंन ने अपने परिवार के लोगों से नीचे जाने की अपील की, पर परिवार वाले उसके साथ लड़ना चाहते थे जो कि लादेन को मंजूर नहीं था. जैसे तैसे बच्चे और परिवार वालों को नीचे के फ्लोर पर भेजा गया जिसके बाद ऊपर धड़ाधड़ गोलियां चलने की आवाज आने लगी. कहा जाता है कि लादेन के सिर के इतने टुकड़े किए गए थे कि उसे पहचानने के लिए उसे जोड़ना पड़ा था.
बता दे कि ओसामा बिन लादेन जो 9/11 हमले का मास्टरमाइंड था, जिस वक्त अमेरिकी सेना द्वारा यह ऑपरेशन चलाकर उसे मारा गया उस वक्त अमेरिका में बराक ओबामा की सरकार थी, जिसके कारण लादेन को उसी के पाकिस्तान में घुसकर मार गिराया गया.