फोकट का ज्ञान

हिरोशिमा पर जब हुआ परमाणु हमला – जानिये उस दिन क्या- क्या हुआ.

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आज से ठीक 75 साल पहले 6 अगस्त 1945 को 8:15 पर जापान की धरती पर वह तांडव हुआ जिसका ना ही तो डर और ना ही असर अभी तक खत्म हुआ है. वह दूसरे विश्वयुद्ध का समय था जब अमेरिका ने लिटिल बॉय नामक एक परमाणु वहां पर गिराया था. बम के गिरते ही फौरन 80000 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो गई और इस परमाणु का असर होने के कारण आज तक इतने सालों के बाद भी कई हजार लोग अपनी जान गवांते आ रहे हैं

कहा जाता है कि अमेरिका ने जो परमाणु बम गिराया था उसका वजन 4400 किलो था, जिसमें 4000 डिग्री सेल्सियस तक की गर्मी जमीन पर पैदा हुई थी, जिसके रेडिएशन का असर अभी भी 200000 लोगों पर देखा जाता है. हिरोशिमा पर परमाणु गिराकर अमेरिका दुनिया का एकमात्र ऐसा देश बन गया जिसने इतने बड़े नरसंहार को अंजाम दिया था.


पर यह बात शायद ही किसी को पता होगी कि अमेरिका की योजना हीरोसीमा में बम गिराने की नहीं थी. यह बम हिरोशिमा के आइयो ब्रिज के पास गिरने वाला था, पर कहा जाता है कि उस वक्त हवा हवा की दिशा अलग रूप में बह रही थी जिसके कारण वह अपने लक्ष्य से भटक गया. इस परमाणु हमले को लेकर एक यह भी बात कही जाती है कि यूएस फोर्स द्वारा पहले से ही लोगों को आगाह करने के लिए अलग-अलग इलाकों में पर्चे गिराए जा रहे थे.


अमेरिका द्वारा साल 1945 में ही परमाणु बम का सफल परीक्षण किया गया था, जिसके बाद जापान पर परमाणु बम से हमला करने का विचार किया जाने लगा और जापान के चार जगहों को चिन्हित किया गया था, क्योंकि कहीं ना कहीं अमेरिका को यह आभास हो चुका था कि बिना परमाणु की सहायता से वह युद्ध नहीं जीत सकता है. इसलिए उसने जापान पर परमाणु बम गिराने की योजना बनाई, जहां 6 अगस्त को हिरोशिमा और 9 अगस्त को नागासाकी पर अमेरिका ने बम गिराया, जिसके बाद 14 अगस्त को बिना किसी शर्त के वह हुआ जो अमेरिका चाहता था और जापान ने उसके आगे समर्पण कर दिया.

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