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भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की पाकिस्तान में मौत की कहानी.

किस्सा- कहानी

भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की पाकिस्तान में मौत की कहानी.

साल 1964 को हिंदुस्तान का वह लाल जो हर दिन की तरह एक आम किसान बनकर कंधे पर हल लेकर पाकिस्तान सीमा के पास अपने खेत में जुताई करने के लिए गया था, पर उसे क्या पता था कि वह वापस अपने मुल्क कभी नहीं लौट पाएगा.


28 अगस्त सन 1990 का दिन वह दिन था जब सरबजीत सिंह को अपने परिवार वालों से बिछड़ने का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था. उन्हें तो यह तक नहीं पता था कि उनके साथ क्या होने वाला है…..

घरवाले उसकी राह तकते रहें और इंतजार करते रहे. हर दिन गिन कर बीतने लगे और 9 महीने के बाद जाकर पाकिस्तान की कोर्ट की तरफ से एक पत्र आया जिसे सुनकर परिवार वाले स्तब्ध रह गए, जिसमें पाकिस्तान की ओर से सरबजीत पर यह आरोप लगाया था कि शराब के नशे में वह सीमा पार कर पाकिस्तान में घुस गए थे.

सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि अपने खेत की जुताई करने गए सरबजीत पर पाकिस्तान ने भारतीय जासूस होने का आरोप लगाया और रॉ एजेंट भी बताया. साथ ही साथ लाहौर सहित पाकिस्तान के अन्य जगहों पर बम धमाकों के लिए भी सरबजीत सिंह को ही दोषी ठहराया गया था जिसे देखते हुए पाकिस्तानी कोर्ट ने आंख बंद कर सरबजीत सिंह को फांसी की सजा सुना दी थी.
इसके बाद दूसरी तरफ सरबजीत सिंह का परिवार लगातार उनकी रिहाई में जुटा हुआ था, पर परिवार वाले के रोंगटे तब खड़े हो गए जब पता चला कि पाकिस्तानी कोर्ट में सरबजीत सिंह को जो पासपोर्ट दिया गया था उस पर सरबजीत सिंह की फोटो के साथ नाम किसी अन्य व्यक्ति का है, जहां कुछ समय बाद पाकिस्तानी टीवी पर अजीबोगरीब बातें दिखाए जाने लगी और यह बताया जाने लगा कि सरबजीत सिंह ने अपने ऊपर सभी आरोपों को कबूल कर लिया है. हालांकि कुछ कारणवश पाकिस्तानी कोर्ट ने सरबजीत सिंह की फांसी टाल दी थी, पर फिर भी मौत ने उन्हें गले लगा ही लिया.

वह दिन सरबजीत सिंह के परिवार और पूरे हिंदुस्तान के लिए खुशी का था. जब साल 2012 में यह पता चला कि सरबजीत सिंह को पाकिस्तानी कोट द्वारा रिहा कर दिया गया है तब हर जगह खुशी और जश्न का माहौल था, पर यह खुशी इतनी जल्द मातम में बदल गई जिसका अंदाजा किसी को नहीं लग पाया.
जेल में सरबजीत सिंह पर कैदियों द्वारा जमकर हमला किया गया जिसके चलते वह लहूलुहान हो गए और 2 मई को रात 1:00 बजे उनकी मृत्यु हो गई.
सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि सरबजीत सिंह ने अपने ऊपर हो रहे कैदियों द्वारा बुरे व्यवहार के बारे में पाकिस्तानी सरकार को भी बताया था, पर पाकिस्तानी सरकार ने इस पर किसी तरह से ध्यान देना जरूरी नहीं समझा.

बता दे कि जब सरबजीत सिंह के नशे में धुत होने की बता कर पाकिस्तानी सीमा में घुसने का आरोप लगाया गया था उस वक्त सरबजीत सिंह के वकील और उनके बेटे का भारतीय सीमा पर अपहरण कर लिया गया था, जिन्हें कुछ समय बाद रिहा किया था.
सरबजीत सिंह की जीवन पर बॉलीवुड इंडस्ट्री में साल 2016 में एक फिल्म भी बन चुकी है. इसे मशहूर डायरेक्टर उमंग कुमार द्वारा निर्देशित किया गया है जिसमें ऐश्वर्या राय सहित कलाकारों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

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