किस्सा- कहानी
आपातकाल के वक्त आंदोलन को कमजोर करने के लिए जब इंदिरा गांधी ने टीवी पर दिखाया फिल्म “बॉबी”
साल 1975 का वह दौर जब देश में आपातकाल की स्थिति उत्पन्न हुई थी. यह वह पल था जब लोगों की आजादी छिन गई, नेताओं को जेल में बंद कर दिया गया और उन सारी चीजों पर रोक लगा दी गई जो एक आम आदमी अपने मन मुताबिक कर सकता था. हर चीज उस समय इंदिरा सरकार के हाथों में जहां पहुंची थी, लेकिन आपातकाल के दौरान एक सबसे चौंकाने वाली बात आपको बता दें इंदिरा गांधी ने अजीबोगरीब प्लान बनाया और ऐसी चाल चली जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी पर वह औंधे मुंह आ गिरी. उस समय साल 1973 की सबसे हिट फिल्म रही ऋषि कपूर और डिंपल कपाड़िया की फिल्म “बॉबी” का प्रसारण दूरदर्शन पर करवाया गया था.आइए जानते हैं आखिर इसके पीछे वजह क्या थी.
देश में जब आपातकालीन की स्थिति हो गई थी तब इंदिरा गांधी पर से लोगों का विश्वास लगभग खत्म हो चुका था, क्योंकि उन्होंने लोगों के मौलिक अधिकार का हनन किया था. ऐसे में अटल बिहारी वाजपेई ने एक रैली का आयोजन कियास जिसमें लोग बढ़ चढ़के हिस्सा ले रहे थे और इसी बात का डर इंदिरा गांधी को सताने लगा, तभी इंदिरा गांधी ने अटल बिहारी वाजपेई की रैली को फ्लॉप करने का इंतजाम किया. शाम 4:00 बजे वह रैली शुरू होने वाली थी और इससे पहले ही उन्होंने दूरदर्शन पर फिल्म बॉबी का प्रसारण किया था कि लोग इसी में उलझ जाएं और वाजपेई की रैली असफल हो जाए, पर इंदिरा गांधी की रणनीति फेल हो गई.
उस वक्त सर्दी के मौसम होने के बावजूद भी रात के 9:00 बजे तक लोग अटल बिहारी वाजपेई की बातों को सुनने के लिए खड़े रहे, जिसकी उम्मीद इंदिरा गांधी को बिल्कुल भी नहीं थी.
आपातकाल की स्थिति को भारत के लिए काला दिन माना जाता है. लोकनायक कहलाने वाले जयप्रकाश नारायण ने भी इसका विरोध किया था और जमकर रैली और धरना प्रदर्शन किया था. उस वक्त इंदिरा गांधी ने लोगों के अधिकारों को भले ही छीन लिया था पर लोगों के मन से अटल बिहारी वाजपेई के लिए सम्मान तब नजर आया जब लोग सर्द मौसम में रात को उनकी रैली में उनके भाषण सुनने पहुंचे थे.