किस्सा- कहानी
कौन था माओ, क्या है माओवाद….
26 दिसंबर 1893 को माओ का जन्म हुआ था. माओ की उत्पत्ति चीन में हुई थी. चीनी नेता माओ जेदांग के उपदेशों को ग्रहण करने वाले लोगों को माओवादी कहते हैं. इसकी उत्पत्ति सन 1950 से 1960 के बीच हुई. इसकी विचारधारा कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना की है. इस विचार के लोग आज भारत के साथ-साथ नेपाल में भी मौजूद है। माओवादी का एकमात्र मकसद हथियार के बल पर लोगों का सामाजिक उत्थान करना होता है. यह राजनीतिक वर्चस्व हासिल करने के लिए भी हथियारों का प्रयोग करना ज्यादा सही समझते हैं. माओवादी चाहते हैं कि उनका नियंत्रण सरकार पर हो और राज्य में उनकी सरकार चले. वह चाहते हैं कि देश भर में उनके विचारधारा का वर्चस्व हो.
माओ, चीनी क्रान्तिकारी, राजनैतिक विचारक और साम्यवादी दल के सबसे बड़े नेता थे जिनके नेतृत्व में चीन की क्रान्ति सफल हुई। उन्होंने जनवादी गणतन्त्र चीन की स्थापना (सन् 1949) से मृत्यु पर्यन्त (सन् 1973) तक चीन का नेतृत्व किया. मार्क्सवादी-लेनिनवादी विचारधारा को सैनिक रणनीति में जोड़कर उन्होंने जिस सिद्धान्त को जन्म दिया उसे माओवाद नाम से जाना जाता है.
माओ संसार के सबसे प्रभावशाली व्यक्ति में गिने जाते हैं. बीसवीं सदी में शीर्ष 100 प्रभावशाली व्यक्तियों की सूची में माओ का नाम भी आता था.माओ इतने ताकतवर थे कि कोई उनका विरोध करने की हिम्मत नहीं करता था और जिसने भी उनका विरोध करने की हिम्मत की उसे माओ ने आजीवन कारावास में डाल दिया. हृदय और फेफड़ों की बीमारी से पीड़ित माओ के स्वास्थ्य में अचानक गिरावट आ गई और 9 सितंबर 1976 को उनकी मृत्यु हो गई है.