हेल्थ न्यूज़:हम आज आपको विश्व के आम परंतु काफी गंभीर बीमारी के बारे में बताने जा रहे हैं। मधुमेह यानी लोक भाषा में शुगर या अंग्रेजी में डायबिटीज कहां जाने वाला यह रोग आज घर-घर में आम हो गया है।आज के भाग दौर की जिंदगी में लोग ऐसी जीवन शैली को अपना रहे हैं कि हम कई बीमारियों की चपेट में आ जा रहे हैं. मधुमेह भी उन बीमारियों में से एक है. यदि समय रहते इसका ख्याल नहीं रखा जाता है तो बीमार व्यक्ति धीरे-धीरे अपने स्वास्थ्य से हाथ धो बैठता है. इस बीमारी की सबसे खतरनाक बात यह है कि इसके लिए कोई उम्र सीमा तय नहीं है. यह बच्चों से लेकर बूढ़ों तक में पाया जा सकता है. मधुमेह से अगर स्वयं को आप दूर रखना चाहते हैं तो आज हम आपको कई सारे तरीके बताएंगे जिनमें से फिजिकल एक्टिविटी सबसे महत्वपूर्ण है। आपको कुछ घरेलू नुक्से भी बताएंगे जिनसे आप स्वयं को घर की सामान्य वस्तुओं का उपयोग करके स्वस्थ रख सकते हैं।
परिचय : मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जो मनुष्य के अंदर ग्लूकोज को पचाने वाले रसायनिक तत्व इंसुलिन के निर्माण में बाधा डालती है।हम जो भी खाना खाते हैं वह अंदर जाकर टूटता है और उसमे मौजूद ग्लुकोज निकलना शुरू होता है। दूसरी तरफ पैंक्रियाज एक तरह का हार्मोन इन्सुलिन छोड़ता है। इंसुलिन के कारण ग्लूकोज ब्लड के माध्यम से पुरे शरीर में जाता है और उर्जा का संचार होता है। यह बिना इन्सुलिन के नहीं हो सकता है। वहीं जब पैंक्रियाज से उचित मात्रा में एक्टिव इंसुलिन न निकले तो इसकी वजह से ब्लड में ग्लुगोज का लेवल बढ़ने लगता है और फिर इसी स्थिति को मधुमेह, डायबिटीज या शुगर कहा जाता है। यह एक लंबे समय तक चलने वाली बीमारी ही। यह एक ऐसी स्वास्थ्य स्थिति है जो आपके पूरे शरीर को प्रभावित करती है. आम तौर पर देखा जाए तो मधुमेह के दो प्रकार का होता है.
टाइप वन डायबिटीज: टाइप वन डायबिटीज एक ऐसी समस्या मानी जाती है, जो कि खासतौर पर बच्चों और युवाओं में पाई जाती है. हालांकि यह कोई निश्चित नहीं की गई है, क्योंकि यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती हैं. इस बीमारी में व्यक्ति को हर रोज इंसुलिन लेना पड़ता है के मरीज का शरीर इंसुलिन बनाना बंद कर देता है। जो उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली की कोशिकाओं को जीवंत रखने में मदद करता है.
टाइप टू डायबिटीज: टाइप 2 डायबिटीज एक ऐसी बीमारी होती है, जो ज्यादातर मध्य आयु के लोगों में या बूढ़े व्यक्तियों में देखा गया है. वही आपको बता दें कि टाइप टू डायबिटीज काफी आम बन गया है. इस बीमारी में हमारा शरीर या तो इंसुलिन बनाता नहीं है या उसका सही तरह से उपयोग नहीं कर पाता है जिस वजह से यह बीमारी के बढ़ने का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है.
भारत में शुगर की बढ़ती संख्या के कारण:भारत में देखा जाए तो चीन के बाद सबसे ज्यादा 77 मिलियन लोग इससे परेशान हैं. इसमें 12.1 मिलियन लोग 65 साल से कम के हैं और अगले 10 सालों में यह आंकड़ा दोगुना हो सकता है. भारत में हर 11 में से एक सख्स को मधुमेह है. औद्योगिकरण और शहरी वातावरण में प्रवास के परिणाम स्वरूप पर्यावरण और जीवन शैली में बदलाव काफी हद तक इसके लिए जिम्मेदार हो सकता है. अधिकांश लोगों में शुगर बढ़ने का सबसे बड़ा कारण यह है कि वह सही तरह से नींद पूरी नहीं लेते हैं और अनियमित खान-पान अपनाते हैं. ज्यादातर फास्ट फूड और मीठे खाद्य पदार्थों का सेवन करने से मधुमेह की संभावना और भी ज्यादा बढ़ जाती है, जिससे मरीजों में हार्ट अटैक स्ट्रोक का खतरा भी नजर आता है. समय-समय पर इसमें जांच जरूरी होती है और अगर एक बार जब आपको डायबिटीज हो जाए तो आपको उसके दुष्परिणामों की जानकारी जरूर रखनी पड़ती है, ताकि आपके स्वास्थ्य को लेकर किसी तरह की कोई कॉम्प्लिकेशन ना हो सके. देखा जाए तो निश्चित रूप से मधुमेह होने का एक सबसे बड़ा कारण यह है कि पिछले 5 दशकों में चीनी, मैदा और ओजहीन खाद्य उत्पादों के साथ भारत में जो एक्सपेरिमेंट किए जा रहे हैं, यह उसका असर है.
मधुमेह होने के मुख्य कारण:मधुमेह एक ऐसी बीमारी है, जिसमें हमारा शरीर सही मात्रा में ग्लूकोस नहीं पचा पाता है. जिसके लिए हमें इंसुलिन की सहायता लेनी पड़ती है. ताकि व्यक्ति का शरीर सही तरह से ग्लूकोस को पचा पाए. कई लोगों में बढ़ती उम्र और शारीरिक गतिविधि के अभाव के कारण मधुमेह की समस्या होती है. वही तनाव, डिप्रेशन, उच्च रक्तचाप, धूम्रपान जैसी लत के कारण भी आप इस बीमारी की चपेट में आ जाते हैं.
समाधान और घरेलू नुस्खे:मधुमेह को पूरी तरह से नियंत्रित करने के लिए आपको एक स्वस्थ जीवनशैली अपनानी पड़ती है, जो आपके शरीर में मधुमेह के खतरे को कुछ हद तक कम कर सकता है. व्यायाम करें, सही नींद ले, तनाव से कोसों दूर रहे, शराब एवं धूम्रपान से बचें. अगर मधुमेह से बचने के लिए घरेलू नुस्खे पर चर्चा करें तो ये चीजे काम आ सकती है.
दालचीनी: भारत के प्रत्येक रसोई घर में पाए जाने वाला दालचीनी कई औषधीय गुणों से भरा हुआ है। दालचीनी का पाउडर बनाकर अगर आप उसे गुनगुने पानी के साथ सेवन करते हैं तो यह आपके मधुमेह को कंट्रोल करने में मदद करेगा।
आम के पत्ते: एक तरफ आम जो मधुमेह रोगियों के लिए देखना भी पाप है. वहीं दूसरी और उसके पत्ते जो मधुमेह रोगियों के लिए अमृत साबित होते हैं. आम के पत्ते को पूरी रात पानी में भिगोने के बाद सुबह अच्छी तरह से उबालकर उस पानी का सेवन करें.
मेथी के बीज: मेथी के दाने को पानी में भिगोकर रात भर छोड़ दें और अगर सुबह आप उस पानी का खाली पेट में सेवन करते हैं तो यह आपका मधुमेह नियंत्रित रखने में मदद करेगा।
करेले का रस: यदि आप करेले का बीज निकाल कर जूस रोजाना खाली पेट पीते हैं तो आपको शुगर की समस्या कभी नहीं आएगी।