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डिजिटल युग में कैसे रखें आंखों का ख्याल, मासूम बच्चे हो रहे चश्मे का शिकार

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आज के इस डिजिटल जमाने में हर किसी के पास स्मार्टफोन है. भले ही ये टेक्नोलॉजी लोगों को स्मार्ट बना रही है लेकिन यह उनकी आंखों पर कितना प्रभाव छोड़ रही है यह किसी को अंदाजा तक नहीं. एक समय था जब 70- 80 साल की उम्र तक लोगों को चश्मे की जरूरत नहीं पड़ती थी. इस उम्र में भी उनकी आंखें चीते की तरह तेज रहती थी पर आज परिस्थिति यह है कि छोटे मासूम बच्चों की आंखों पर चश्मा नजर आ रहा है. इसका पूरा का पूरा श्रेय बढ़ते टेक्नोलॉजी को जाता है, जिसने बच्चों से लेकर युवाओं को अपनी चपेट में ले लिया है. इस डिजिटल युग में आंखों का ख्याल रखने के लिए यह जरूरी है कि आप जिस डिवाइस का इस्तेमाल कर रहे हैं उसकी चमक को कम रखें और पर्याप्त दूरी से किसी चीज को देखें. जरूरी है कि हर 20 मिनट में 20 सेकंड का ब्रेक ले. इसके अलावा और भी ऐसी अच्छी आदतें है जो आज हम आपको इस लेख में बताएंगे जिसके माध्यम से आप अपनी आंखों की रोशनी को हमेशा के लिए सही रख सकते हैं.

बच्चे,जवान और बूढ़े लोगों की आंखों पर डिजिटल युग का प्रभाव
आज के डिजिटल जमाने में हर वर्ग के और हर उम्र के लोग कंप्यूटर, स्मार्टफोन और लैपटॉप का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके ज्यादा इस्तेमाल से हमारी आंखों पर काफी बुरा असर पड़ता है. आंखों में खुजली, जलन, तनाव, चिड़चिड़ापन जैसी शिकायत मिलती है. कहा जाता है कि चार-पांच घंटे से ज्यादा दिन तक स्क्रीन पर काम करने वाले लोगों की आंखों की रोशनी को काफी नुकसान पहुंच रहा है. यही वजह है कि आज चश्मे लगने की कोई उम्र नहीं है. छोटे-छोटे बच्चों की आंखों पर चश्मे लगे नजर आ रहे हैं. इंटरनेट का चलन तेजी से बढ़ने के कारण और लगातार देश में ऑनलाइन पढ़ाई को महत्व देने की वजह से छात्रों की आंखों पर असर पर रहा है. माता-पिता बच्चों को घर का काम करते हुए उन्हें शांत रखने के लिए हाथ में फोन थमा देते हैं और बचपन से ही बच्चे स्मार्टफोन के मास्टर बनने लगे हैं. धीरे-धीरे इसका असर बढ़ती उम्र के साथ उनकी आंखों पर नजर आता है और आजकल की युवाओं का तो क्या ही कहना. अगर उनके हाथ में स्मार्टफोन है तो फिर उन्हे पूरी दुनिया से कोई मतलब नहीं है. उसकी एक अलग ही दुनिया होती है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण है ऑनलाइन खेले जाने वाले गेम जिनकी आदत युवा पीढ़ी को हो चुकी है. आज परिस्थिति ये हो चुकी है कि हमारे देश के आधे से ज्यादा बुजुर्गों का भी यही हाल है. मोबाइल, कंप्यूटर के ज्यादा इस्तेमाल के कारण उनकी सोचने की क्षमता पर इसका काफी असर पड़ रहा है और इसकी वजह से ज्यादा देर तक लोग एक दूसरे से अलग रहने लगे हैं.

कैसे रखें आंखों का ख्याल
अगर आप स्क्रीन पर ज्यादा समय बिता रहे हैं तो ऐसे ही चश्मे का इस्तेमाल करें जिससे आपकी आंखों पर कोई असर ना पड़े. आप कंप्यूटर, मोबाइल या टीवी इन सभी उपकरणों के सामने एक सीमित समय तक ही बैठे. धूम्रपान का सेवन आपके ऑप्टिक नर्व को डैमेज कर देता है जिससे दूरी बनाना काफी जरूरी है. इसके अलावा आप अपनी डाइट में विटामिन और मिनरल्स से भरपूर फल सब्जियों को शामिल करें जो आपकी आंखों की सेहत के लिए काफी अच्छा साबित हो सकता है. इसके अलावा सबसे जरूरी है कि अपनी आंखों को स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त नींद लें. 8 घंटे की अच्छी नींद सबसे लंबे समय तक आपकी रोशनी को बरकरार रखती हैं.

एक्सरसाइज का कर सकते हैं इस्तेमाल
1. अपनी गर्दन और आंखों पर तनाव कम करने के लिए अपनी पीठ को सीधा करके बैठे और अपनी कंप्यूटर स्क्रीन को आंखों के स्तर पर रखें. गर्मी पैदा करने के लिए अपने हाथों को आपस में झगड़े और फिर उन्हें अपनी आंखों पर रखें. इससे आंखों की मांसपेशियों को आराम मिलेगा और आंखों का तनाव काफी कम होता है.
2. इसके अलावा सुबह-शाम 30 मिनट प्राणायाम करें.
3. अनुलोम विलोम करें और 7 बार भ्रामरी करे.

आंखों को स्वस्थ रखने का घरेलू नुस्खा
आप चाहे तो कोई घरेलू नुक्से अपनी आंखों को हमेशा के लिए स्वस्थ रख सकते हैं
1. रोजाना पैदल चले और चलते समय दूसरे और तीसरे पैर के अंगूठे पर सबसे ज्यादा प्रभाव डालें. इन दोनों में ही सबसे ज्यादा नर्व एंडिंग होते हैं जो आपकी आंखों के कामकाज को उत्तेजित करता है और दृष्टि में सुधार आती है.
2. 20 मिनट में थकान और आंखों के तनाव को कम करने के लिए कम से कम 20 फीट की दूरी से 20 सेकंड के लिए आप मौजूदा किसी चीज को देखें.
3. आप बादाम के साथ किशमिश, मेवा और अंजीर का सेवन कर सकते हैं.
4. पैर के तलवों पर सरसों तेल की मालिश करने से आंखों को काफी आराम मिलता है.

आज बचपन से ही बच्चों को मोबाइल की लत लग जा रही है जो बहुत जल्द उन्हें चश्मा पहनने पर मजबूर कर देती है.

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