ओ तेरी..
ये है दुनिया का सबसे महंगा आम, 2.75 लाख रुपए किलो है इसका दाम
गर्मियों के मौसम आते ही आम तो हर किसी के घरों में देखने को मिलता है, पर वह आम पौने 3 लाख रुपए किलो नहीं होगा. यह सुनकर आपको भी अजीब लग सकता है, क्योंकि हम जो आम खाते हैं वह 50 से ₹100 किलो मिलता है लेकिन आज हम आपको जिस आम के बारे में बताने जा रहे हैं उसकी कीमत पौने 3 लाख रुपए प्रति किलो है. इसकी कीमत सुनकर कोई भी चौक जाएगा, पर इसकी इतनी महंगी कीमत होने की यही वजह है कि यह दुनिया का सबसे महंगा और अलग तरह का आम है जिसे खाने के लिए आपको लाखों रुपए तक चुकाने पड़ सकते हैं. यह पूरी दुनिया में काफी लोकप्रिय माना जाता है.
मियाजाकी आम का परिचय
जी हां दुनिया के सबसे महंगे आम को जापान के एक शहर मियाजाकी के नाम से जानते हैं।मियाजाकी आम आज पूरी दुनिया में चर्चित है।इसे ‘ताइयो-नो-टोमागो’ या ‘एग्स ऑफ सनशाइन’ के नाम से बेचा जाता है.देश के किसी भी हिस्से में मियाजाकी आम को उगाया जा सकता है और किसान इससे अपनी आर्थिक स्थिति बदल सकते हैं. साल 1940 में मियाजाकी आम को कैलिफोर्निया में पहली बार लगाया गया था. दरअसल जापान के मियाजाकी शहर में इसकी खूब खेती होती है क्योंकि वहां का वातावरण इस आम के लिए अनुकूल है, जिस कारण इसका नाम मियाजाकी आम पड़ा. यह आम लाल और बैगनी कलर का दिखता है. इस किस्म के आम का वजन करीब 350 ग्राम तक होता है. इस आम की खासियत यह है कि इसमें एंटी ऑक्सीडेंट, beta-carotene और फोलिक एसिड जैसे गुण पाए जाते हैं. इस किस्म की खेती के लिए तेज धूप और अधिक वर्षा की आवश्यकता होती है. ज्यादातर यह फल अप्रैल और अगस्त के महीने के बीच होता है. इतना ही नहीं जापान में बिकने वाला यह आम सबसे महंगी फलों में से एक है.
सिलीगुड़ी के मैंगो फेस्टिवल और उसमें मियाज़ाकी आम का जलवा
हर साल 9 जून से तीन दिवसीय मैंगो फेस्टिवल सिलीगुड़ी में मनाया जाता है, जहां पर दुनिया भर से आए अलग- अलग वैरायटी के आमों को प्रदर्शित की जाती है. यहां भाग लेने के लिए देश के कई हिस्सों से लोग आते हैं. इस वर्ष सिलीगुड़ी के तीन दिवसीय मैंगो फेस्टिवल के सातवें संस्करण में अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 2.75 लाख प्रति किलो की कीमत वाला दुनिया का सबसे महंगा मियाजाकी आम भी प्रदर्शित किया गया. शाम को लेकर लोगों में काफी कौतूहल था।
आम का इतिहास, उत्पादन करने वाला सबसे बड़ा देश
आम का इतिहास 4000 साल पुराना है, जिस वक्त यह भारत से निकलकर पूरी दुनिया के देशों तक पहुंचा था. भारत में पांचवी और चौथी शताब्दी ईसा पूर्व के बीच दक्षिण पूर्व एशिया में पहली बार आम उगाया गया था. फलों का राजा आम कहे जाने वाले इस फल के उत्पादन के मामले में भारत दुनिया का सरताज है, जहां हर साल लगभग 1.87 करोड़ लाख टन की पैदावार होती है. विश्व भर में आम का जितना भी उत्पादन होता है उसमें से 63% उत्पादन भारत में होता है जिससे यह पता चलता है कि भारत में आम कितना उगाया जाता है. भारत के बाद चीन और थाईलैंड इसका सबसे बड़ा उत्पादक है.