सिनेमाबाजी
अक्षय कुमार का एक होटल में वेटर से बॉलीवुड के सुपरस्टार बनने का सफर
एक होटल में काम करने वाला वेटर भले ही बॉलीवुड के गाने गुनगुना सकता है लेकिन कभी बॉलीवुड में आने का सपना नहीं देख सकता, पर कहते हैं ना कि किस्मत में जो लिखा होता है वह होकर रहता है. कुछ ऐसा ही अक्षय कुमार के साथ हुआ।दर-दर की ठोकरें खाने के बाद उनकी किस्मत में सुपरस्टार बनना लिखा था। खाना बनाने से लेकर कार्ड बेचने से काम की शुरुआत करने वाले अक्षय बाद में थाईलैंड में मार्शल आर्ट में काम करने और सीखने के बाद वह कोलकाता गए और वहां एक एजेंसी में काम किया. वह ढाका के एक होटल में भी काम करते थे जिसके बाद उन्होंने मुंबई में आकर मार्शल आर्ट सिखाना शुरु कर दिया. यह सारे काम करते-करते उन्हें फोटोशूट का मौका मिला और अपना पोर्टफोलियो तैयार कराने के लिए अक्षय कुमार ने फोटोग्राफर जायेश सेठ के साथ बतौर असिस्टेंट 18 महीने तक फ्री में काम किए. अक्षय कुमार जब ऑडिशन के लिए जाने लगे तो उन्होंने बतौर बैकग्राउंड डांसर भी फिल्मों में काम किया. एक बार अक्षय मॉडलिंग असाइनमेंट के लिए बेंगलुरु जा रहे थे लेकिन उनकी फ्लाइट छूट गई. बाद में पोर्टफोलियो लेकर फिल्म स्टूडियो का चक्कर लगाने निकल पड़े और यही उनकी मुलाकात प्रमोद चक्रवर्ती से हुई और उन्हें फिल्म दीदार के लिए साइन कर लिया. यहीं से उनके लिए फिल्मों के रास्ते खुले और उनका फिल्मी करियर शुरू हो गई।
एक फिल्म के लिए इतना पैसा चार्ज करते हैं अक्षय कुमार
9 सितंबर 1965 को अमृतसर पंजाब में जन्म लेने वाले अक्षय कुमार का बचपन में पढ़ाई में बिल्कुल भी मन नहीं लगता था. वह बचपन से ही काफी अच्छा डांस करते थे. अक्षय के पिता हरिओम भाटिया मिलिट्री ऑफिसर थे और उनकी मां का नाम अरुणा भाटिया है. डॉन बॉस्को स्कूल से उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई की और फिर आगे की पढ़ाई के लिए मुंबई के गुरु नानक खालसा कॉलेज में चले गए. आज अक्षय कुमार फिल्मों में काम करने के लिए करोड़ों रुपए चार्ज करते हैं. उन्होने फिल्म कठपुतली के लिए 120 करोड़ और रामसेतु के लिए 135 करोड़ रुपए चार्ज किए हैं. देखा जाए तो अक्षय कुमार की फीस फिल्म बजट के 80 फ़ीसदी तक होती है. साल 2023 में क्रिसमस के मौके पर ‘बड़े मियां छोटे मियां’ रिलीज होने वाली है. वहीं वह ‘ओ माय गॉड 2’, कैप्सूल गिल, हेरा फेरी 3, जॉली एलएलबी 3 फिल्मों में भी नजर आने वाले हैं.
पहले फिल्म मिलने की कहानी
फिल्म निर्माता प्रमोद चक्रवर्ती के मेकअप मैन नरेंद्र दादा जो आज भी अक्षय कुमार के मेकअप मैन के तौर पर काम करते हैं. उनकी नजर अक्षय कुमार पर पड़ी थी और उन्होंने उनसे पूछा था कि क्या तुम फिल्मों में हीरो बनोगे. बिना समय गवाएं अक्षय कुमार ने हां कह दिया, जिसके बाद उनकी मुलाकात प्रमोद चक्रवर्ती से हुई. बिना कुछ कहे अक्षय कुमार को 5001 का चेक पकड़ा दिया गया और कहा गया कि मैं तुम्हारे साथ पांच फिल्में बना लूंगा और यह तुम्हारा पहला चेक है।
जीवन के कुछ ऐसी फिल्में जिन्होंने उन्हें सुपरस्टार बना दिया
हीरो के तौर पर अक्षय कुमार को पहली फिल्म सौगंध मिली और उसके 1 साल बाद उनकी फिल्म ‘खिलाड़ी’ रिलीज हुई पर किसे पता था कि एक दिन अक्षय कुमार बॉलीवुड के खिलाड़ी बन जाएंगे. अब्बास मस्तान की फिल्म ‘खिलाड़ी’ अक्षय कुमार की पहली सुपरहिट फिल्म थी. इसके बाद तो उनके करियर की गाड़ी तेजी से चल पड़ी और कभी उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. इस फिल्म के बाद अक्षय कुमार ने मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी, मोहरा, सबसे बड़ा खिलाड़ी, मिस्टर एंड मिसेस खिलाड़ी, खिलाड़ियों का खिलाड़ी, दिल तो पागल है जैसी कई हिट फिल्में दी और बॉलीवुड पर राज करने लगे. साल 2000 में उन्हें हेरा फेरी में देखा गया तो हीरो के साथ-साथ एक कॉमेडियन के रूप में उसके बाद उन्होंने आवारा पागल दीवाना, मुझसे शादी करोगी, गरम मसाला जैसी फिल्में की. गरम मसाला के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता का अवार्ड फिल्म फेयर की तरफ से मिला था. इसके अलावा भागम भाग, नमस्ते लंदन, चांदनी चौक टू चाइना, कमबख्त इश्क, देसी बॉयज, हाउसफुल, राउडी राठौर, स्पेशल 26, हॉलीडे, बेबी, गब्बर इज बैक, एअरलिफ्ट, टॉयलेट एक प्रेम कथा और पैडमैन जैसी फिल्मों ने अक्षय कुमार को ब्लॉकबस्टर सुपरस्टार बना दिया.