हमारे भारत मे लगभग हर घर के आंगन में अमरूद का एक पेड़ देखने को मिल जाएगा. कुछ लोग इसे शौक से तो वहीं कुछ लोग यूं ही लगा लेते हैं. आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि अमरूद हमारे शरीर के लिए कितना फायदेमंद होता है और यह बाकी के महंगे फलों के मुकाबले हमारे शरीर के लिए कितना गुणकारी साबित होता है. अगर आप कोलेस्ट्रॉल के मरीज हैं तो आपकी बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करके अमरूद गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाता है. इसके अलावा पाचन क्रिया भी स्वस्थ रखता है. अगर आप कम उम्र में झुर्रियां और छाइयों से परेशान है और आप इसे डेली डाइट में शामिल करते हैं तो यह आपकी त्वचा के लिए भी काफी फायदेमंद साबित होता है. अमरूद में पाए जाने वाला फाइबर वजन कम करने में भी मददगार साबित होता है. आज हम आपको अमरूद से जुड़ी कई ऐसी बातें बताएंगे जिसे पहले आपने कभी नहीं सुना होगा और किस प्रकार हम इसे खाकर अपने आप को स्वस्थ रख सकते हैं और बड़े-बड़े घातक रोगों से भी लड़ सकते हैं.
अमरूद का परिचय अमरूद की कम कीमत से इसके गुणों को नहीं आंका जा सकता। इसकी कीमत जितनी कम होती है इसमें गुणकारी तत्व उतने ही ज्यादा होते हैं. यही वजह है कि इसे गरीबों का सेब भी कहा जाता है. सर्दी के दिनों में ताजी-ताजी अमरूद का सेवन हमें पूरा दिन एनर्जेटिक बनाए रखता है. पुरानी पारंपरिक उपयोग में अमरूद का उपयोग दांत का दर्द, अल्सर और घाव को ठीक करने के लिए भी किया जाता था. अमरूद का वानस्पतिक नाम सीडीएम गवायवा है. यह एक ऐसा पेड़ है जो एक बार लगाने के बाद 25 से 30 साल तक फल देता है. इसके फूल सफेद होते हैं जिसमें पांच पंखुड़ी है और कई पुंकेसर भी होते हैं.
अमरूद खाने के फायदे अमरूद में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन, विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन के, कैलशियम, पोटैशियम, सोडियम, फास्फोरस कार्बोहाइड्रेट शर्करा वसा पाए जाते हैं.
1. यह मधुमेह के लिए काफी उपयोगी है. अगर आप डायबिटीज के पेशेंट है तो यह आपके लिए रामबाण साबित हो सकता है. अमरूद में मौजूद पाँलीसैकराइड तत्व टाइप टू डायबिटीज को कम करने में काफी मदद करता है. इसके अलावा यह ब्लड शुगर को भी नियंत्रित रखता है.
2. हमारे शरीर को अमरूद खाने के बाद जो विटामिन प्राप्त होता है उससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. अमरूद में मौजूद विटामिन सी प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर करने और रोग पैदा करने वाले रोगजनको से लड़ने में काफी सहायक होता है.
3. अमरुद को पुराने से पुराने कब्ज का रामबाण इलाज माना गया है. अमरूद आंतों को साफ कर कब्ज से राहत देता है.
4. अमरूद में मौजूद लाइकोपीन नामक फाइटोन्यूट्रिएंट्स हमारे शरीर को कैंसर, ट्यूमर जैसे खतरे से बचाने में भी काफी मदद करता है.
अमरूद का छोटा इतिहास और सबसे ज्यादा पैदावार वाला देश अमरूद की उत्पत्ति अमेरिका के लक्षणों में हुई और बाद में 16वीं शताब्दी की शुरुआत के दौरान अमरुद फिलीपींस तक प्रशांत की अपनी खोज कर चला गया और बाद में भारतीय उपमहाद्वीप पर आया. भारत पूरी दुनिया में अमरूद का सबसे बड़ा उत्पादक है और दुनिया की कुल उत्पादन का 40% से अधिक का उत्पादन करता है. उत्तर प्रदेश सबसे अधिक उत्पादन के साथ शीर्ष स्थान पर है जिसके बाद मध्य प्रदेश और बिहार का स्थान है. अमरूद का उत्पादन लगभग भारत के सभी राज्य में होता है.