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अब चांद पर भी होगी भारत की पकड़ मजबूत जानिए चंद्रयान-3 के लक्ष्य

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अब चांद पर भी होगी भारत की पकड़ मजबूत जानिए चंद्रयान-3 के लक्ष्य

आज का दिन भारत के लिए बेहद खास है. आज भारत के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से दोपहर 2:35 पर चंद्रयान-3 रवाना होगा. 2023 में भारत के साथ-साथ रूस और यूरोपीय देश अंतरिक्ष में चंद्रमा पर अपना मिशन लॉन्च करने वाले हैं. मुख्य रूप से इसका मकसद ऐसी उड़ानों के लिए जरूरी तकनीक विकास को दिखाना है और उन्हे सबके सामने लाना है, जिसके माध्यम से चांद की सतह पर केमिकल परीक्षण किया जा सकता है और वह सारी जरूरी डेटा को इकट्ठा किया जाएगा जो चांद की सतह पर पाया जा सकता है. चांद की सतह पर भूकंप और हवाओं की क्या परिस्थिति है यह हमें chandrayaan-3 से पता लग जाएगा जिसमें करीब 600 करोड़ रुपए की लागत लगी है. जानकी इस अभियान से जुड़ी अन्य रोचक बातें.

मिशन चंद्रयान-3 का परिचय
चंद्रयान-2 में जिस तरह की कमियां नजर आई थी उसे पहचान कर उन्हें दूर किया गया है और अब मानवरहित चंद्रयान-3 मिशन की तैयारी हो रही है. यह उसी क्षेत्र में उतरेगा जहां चंद्रयान-2 को उतरना था और उसी तरह एक लैंडरोवर और प्रांपलेशन मॉड्यूल होगा.चंद्रयान-3 मिशन के प्रशिक्षण लॉन्चिंग वाहन के क्रायोजेनिक ऊपरी भाग को रफ्तार देने वाली सीई- 20 क्रायोजेनिक इंजन के उड़ान की कमियों का परीक्षण भी सफल रहा था, जिसका सबसे बड़ा उद्देश्य सही लैंडिंग करना है, जिसके लिए पूर्ण रूप से कई काम किए गए हैं.
आज 14 जुलाई को दोपहर 2:35 में चंद्रयान-3 लॉन्च होगा.जिसके जरिए चंद्रमा की सतह पर एक रोवर उतारा जाएगा. लैंडर और रोवर को लगभग 100 किलोमीटर तक चंद्रमा की कक्षा में ले जाया जाएगा, ताकि चंद्रमा की कक्षा से पृथ्वी की दूरी मापन का अध्ययन किया जा सके. भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख सोमनाथ ने ये पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो जुलाई के दूसरे सप्ताह में इसकी सफल लैंडिंग होगी.

चंद्रयान 3 के लक्ष्य और कुछ खास बातें
1. इसका सबसे पहला लक्ष्य है कि रोवर को चंद्रमा पर भ्रमण करने की स्थिति का पूरी तरह प्रदर्शन करना.
2. चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट और सुरक्षित तरीके से लैंडिंग को प्रदर्शित करना जो कि पिछली बार नहीं हो पाया था.
3. चंद्रमा की सतह और वातावरण के बारे में सभी जरूरी जानकारी हासिल करना.
4. चंद्रयान-3 के लैंडर का नाम फिर से विक्रम होगा, जो भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया है.
5.चंद्रयान-3 के रोवर का नाम प्रज्ञान होगा.

श्रीहरिकोटा,सतीश धवन स्पेस सेंटर की तस्वीर जहां चंद्रयान उड़ान भरने को तैयार है.

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