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कई समस्याओं का रामबाण इलाज है रुद्राक्ष, जानिए इसके फायदे

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कई दशकों से रुद्राक्ष का काफी महत्व माना जाता है. आप सब ने एक माला के रूप में रुद्राक्ष को देखा होगा पर यह बात शायद ही किसी को पता होगी कि रुद्राक्ष एक खास तरह के पेड़ का बीज होता है जो आमतौर पर पहाड़ी इलाकों में एक खास ऊंचाई पर पाया जाता है. एक मुख से लेकर 15 मुख के रुद्राक्ष होते हैं जो अलग-अलग उद्देश्य के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं. रुद्राक्ष पहनने से बड़े से बड़े रोग ठीक हो जाते हैं और हमारे मन पर भी काफी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. यह हमारे दिमाग के लिए काफी फायदेमंद होता है. रुद्राक्ष की माला पहनने से शरीर में होने वाले किसी भी तरह के दर्द और बीमारी का खतरा नहीं रहता. अगर आपको किसी प्रकार की उलझन, तनाव या घबराहट है तो रुद्राक्ष की माला पहनने से यह सभी कष्ट दूर होते हैं. रुद्राक्ष में ऐसे भी मालाएं होती हैं जिन्हें धारण करने से आपके जीवन में उन्नति के सभी द्वार खुल जाते हैं और आप सफल होते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि किस परेशानी में आपको कौन सा रुद्राक्ष पहनना चाहिए और किस तरह पहचान पाएंगे कि आपने जो रुद्राक्ष पहना है वह असली है या नकली।

रुद्राक्ष का परिचय
बड़े-बड़े पंडित और संत को रुद्राक्ष की माला पहने तो हर किसी ने देखा होगा, पर आमतौर पर ये तीन तरह का होता है जिसमें 14 मुखी, गणेश और गौरी शंकर शामिल है, लेकिन इसे पहनने से पहले यह जानना जरूरी है कि किस तरीके से रुद्राक्ष की माला को धारण किया जाता है. आज के समय में बाजार में कई तरह के नकली रुद्राक्ष भी मिलते हैं. ऐसे में असली और नकली में फर्क करने के लिए आप कई तरकीब को अपना सकते हैं. असली रुद्राक्ष को सरसों के तेल में डालने पर वह रंग नहीं छोड़ता, जबकि नकली रुद्राक्ष रंगहीन हो जाता है. असली रुद्राक्ष पानी में डूब जाता है जबकि नकली रुद्राक्ष पानी के ऊपर तैरने लगता है. जब आप असली रुद्राक्ष को कुरेदने  की कोशिश करेंगे तो उसमें से रेशा निकलता है.



महत्वपूर्ण रुद्राक्षओं का छोटा परिचय और उनका काम(1मुखी से 5ञ्च मुखी तक)

1. एक मुखी रुद्राक्ष-ये रुद्राक्ष परम शिव की शक्‍ति का कारक है जो कि जीवन और मृत्‍यु के चक्र से मुक्‍ति दिलाता है. इसे मोक्ष प्राप्‍ति का सबसे सरल साधन कहा जा सकता है.

2. दो मुखी रुद्राक्ष- यह शिव और शक्ति का प्रतीक माना जाता है. इसे धारण करने से मनुष्य को फेफड़े, गुर्दे, वायु और आंख के रोगों से राहत मिलती है. खासतौर पर यह माता-पिता के लिए काफी शुभ माना जाता है.

3. तीन मुखी रुद्राक्ष- 3 मुखी रुद्राक्ष धारण करना साक्षात भगवान शिव और शक्ति को धारण करना है. इसका धारण करना रक्त विकार, रक्त चाप, मासिक धर्म में लाभदायक है.

4. चार मुखी रुद्राक्ष-  इसके मुख्य देवता ब्रह्मा है और इसे यदि वैज्ञानिक शोधकर्ता और चिकित्सक पहने तो उन्हें विशेष प्रगति का फल मिलता है. यह मानसिक रोग, नाक की बीमारी और बुखार में काफी फायदेमंद है.

5. पांच मुखी रुद्राक्ष- यह पुरुष, महिलाओं और बच्चों हर समूह के लिए सुरक्षित माना जाता है, जो सामान्य खुशहाली स्वास्थ्य और स्वतंत्रता के लिए पहचाना जाता है. यह कई तरह की बीमारी को खत्म करके आपके जीवन में खुशहाली लाता है.

रुद्राक्ष धारण करने के बहुत से फायदे हैं, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ के लिए उत्तम बताया गया है रुद्राक्ष.

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