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नेपाल में जन्मी एक ऐसी अभिनेत्री जिन्होंने बॉलीवुड में दिखाया अपना दम, कैंसर से जीत चुकी है जंग

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नेपाल में जन्मी एक ऐसी अभिनेत्री जिन्होंने बॉलीवुड में दिखाया अपना दम, कैंसर से जीत चुकी है जंग

नेपाल के काठमांडू में जन्मी मनीषा कोइराला ने बॉलीवुड में कई ऐसी फिल्में की है जो आज भी 10 बार देख ली जाए तो 11वीं बार देखने का जरूर दिल करेगा. 90 के दशक में ये अभिनेत्री ने अपनी खूबसूरत और दिलकश अदाओं से लोगों के दिल पर राज किया, पर बीच में परिस्थिति कुछ ऐसी आई कि इन्हें कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ा पर इन्होंने हार नहीं मानी. सालों तक अपनी इस लड़ाई को जारी रखा और अंत में जीत कर वापस लौटी. आज हम आपको मनीषा कोइराला के जीवन से जुड़ी कई जरूरी बातें बताएंगे कि किस तरह डॉक्टर बनने की इच्छा होने के बावजूद वह बॉलीवुड में आई और किस तरह सुपरहिट फिल्मों के बाद कैंसर जैसी बीमारी की चपेट में आने पर भी उन्होंने इस बीमारी को मात देकर वापसी की.

मनीषा कोइराला का जीवन परिचय
16 अगस्त 1970 को नेपाल के काठमांडू में मनीषा कोइराला का जन्म हुआ था. इनके पिता नेपाल राजनीति में कैबिनेट मंत्री थे. उनकी शुरुआती पढ़ाई वाराणसी के वसंत कन्या महाविद्यालय से हुई और उसके बाद वह सेकेंडरी की पढ़ाई करने के लिए आर्मी स्कूल धौलाकुआं नई दिल्ली चली गईं. बचपन में उन्हें डॉक्टर बनने का काफी शौक था लेकिन मॉडलिंग की दुनिया ने उनके लिए अलग ही रास्ते खोल दिए. साल 1991 में सुभाष घई निर्देशित फिल्म ‘सौदागर’ से मनीषा कोइराला ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की जिसमें उन्होंने राज कपूर और दिलीप कुमार जैसे दो बड़े सितारों के साथ काम किया और उनकी पहली ही फिल्म इस साल की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर साबित हुई,जिसने मनीषा कोइराला को रातों-रात सुपरस्टार बना दिया. एक गैर फिल्मी परिवार से होने के बावजूद मनीषा कोइराला ने कई सुपरहिट फिल्में दी. दरअसल साल 1996 में पार्थो घोष द्वारा निर्देशित फिल्म खामोशी ने मनीषा कोइराला को बॉलीवुड इंडस्ट्री की टॉप लीडिंग हीरोइन बना दिया. इसमें अग्निसाक्षी भी एक फिल्म शामिल है, जिसमें उनके अभिनय को देखकर सभी आलोचको ने अपने दांतो तले उंगलियां दबा ली थी और फिर हर तरफ मनीषा कोइराला की एक्टिंग के चर्चे होने लगे थे.

मनीषा ने कैसे जीती कैंसर से जंग
मनीषा कोइराला ने इंटरव्यू में कई बार इस बात का खुलासा किया है कि उन्हें अपनी बीमारी के बारे में पता नहीं था. धीरे-धीरे शरीर में कमजोरी बढ़ने पर उन्होंने चेकअप करवाया जिसके बाद कैंसर का पता चला. पहले मुंबई और फिर बाद में अमेरिका में जाकर मनीषा कोइराला ने इलाज करवाया और कीमोथेरेपी के जरिए 4 साल बाद वह कैंसर से जंग जीत गई. साल 2012 में मनीषा कोइराला को  ओवेरियन कैंसर हो गया था और लगभग सालो साल तक उनका इलाज चला. कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को मात देकर मनीषा कोइराला ने जब बॉलीवुड में वापसी की तो यह वापसी उनकी शानदार रही. मनीषा कोइराला ने राजकुमार हिरानी की फिल्म ‘संजू’ में संजय दत्त की मां नरगिस का रोल निभाया था. भले ही इसमें उनका किरदार छोटा था लेकिन उनकी एक्टिंग को काफी सराहा गया.

कैंसर के इलाज के दौरान कीमोथेरेपी की वजह से मनीषा का यह लुक.

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