प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करने को लेकर ना जाने कितने जागरूकता अभियान चलाया गया और तरह- तरह से लोगों को जागरूक करने की कोशिश की गई परंतु नतीजा शुन्य निकला. आज हर कोई पॉलीथिन के दुष्प्रभाव से वाकिफ है. इसके बावजूद भी लोग अंधाधुन इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. यह हमारे स्वास्थ्य के साथ-साथ हमारे पर्यावरण के लिए भी खतरा है.यदि भविष्य में हम प्लास्टिक से छुटकारा चाहते हैं तो इसकी शुरुआत हमें आज से करनी चाहिए. आज कदम- कदम पर हर मौके पर लोग प्लास्टिक से बनी वस्तुओं का जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं. जब तक इसे हम बंद नहीं करेंगे तब तक समाज नहीं सुधरेगा. आज हम आपको बताएंगे कि किस तरह आज प्लास्टिक मनुष्य के साथ-साथ पर्यावरण को भी बुरी तरह नुकसान पहुंच रहा है और एक छोटी सी पहल के माध्यम से हम इससे छुटकारा पा सकते हैं.
प्लास्टिक मानव समाज के लिए क्यों खतरनाक है बचपन से ही किताबों में यह पढ़ाया जाता है कि प्लास्टिक से हमारे शरीर को खतरा होता है जिन प्लास्टिक की थैलियों को हम बड़े ही शौक से बाजार से सामान के लिए खरीद कर लाते हैं उसे नष्ट होने में हजारों साल लग जाते हैं. इतना ही नहीं यह प्लास्टिक जमीन में जहां भी रहते हैं वहां की मिट्टी, पानी में अपने विषैले तत्व छोड़ते हैं जिस कारण वातावरण को काफी नुकसान होता है. यदि इसे समुद्र में डाला जाए तो वह भी केवल समय के साथ छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट कर पानी को यह प्रदूषित करता है. प्लास्टिक से बनी चीजों के उपयोग से बड़ी मात्रा में माइक्रो प्लास्टिककण और कार्सिनोजेनिक जैसे विषैले पदार्थ निकलते हो जिस कारण सांस लेने, स्वच्छता संबंधी रोग के साथ-साथ लोगों में कैंसर का खतरा भी बढ़ रहा है. यह गर्भ में पल रहे शिशु के विकास को भी पूरी तरह रोकता है. सबसे खतरनाक बात तो यह है कि पॉलिथीन जलने पर जो धुआं निकलता है वह बहुत तेजी से ओजोन परत को नुकसान पहुंचा रहा है, जो ग्लोबल वार्मिंग का सबसे बड़ा कारण है. अगर हम भारत की बात करें तो आज 14 मिलियन टन प्लास्टिक का इस्तेमाल हर साल भारत में होता है. मनुष्य इन बातों को जानकर भी आज तक अनजान बना बैठा है परंतु उसे सोचना चाहिए कि हमारी यह लापरवाही पूरे पृथ्वी को 1 दिन नष्ट कर देगी.
जिम्मेदारी के साथ प्लास्टिक है विकल्पों को अपनाएं आज के समय में कचरा बैग, चिकित्सा उपकरण, घरेलू सामान, डिस्पोजेबल डाइपर और कई तरह के पर्दे जैसे सामान को बनाने में प्लास्टिक का भरपूर इस्तेमाल हो रहा है. आज के समय में अगर अपने आसपास एक नजर उठाकर देखें तो लगभग सारी की सारी चीजें आपको प्लास्टिक की ही बनी दिखेगी. प्याले, कटोरे, लैमिनेट किए गए कटोरे, छोटे प्लास्टिक कप और कंटेनर जैसे प्लास्टिक उत्पाद का दैनिक रूप से इस्तेमाल किया जा रहा है. इसकी जगह पर आप चाहे तो मिट्टी का बर्तन इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर आप प्लास्टिक की बोतल रखते हैं तो उसकी जगह पर stainless-steel या कांच की बोतल का इस्तेमाल कर सकते हैं. स्टील के लंच बॉक्स में अपना खाना पैक करके ले जाएं और किचन में प्लास्टिक कंटेनर रखने की जगह कांच या स्टील के जार का इस्तेमाल करें.