सृष्टि का निर्माण करने वाले भगवान शिव की दुनिया में ना जाने कितनी भव्य और अलौकिक मंदिर हैं, जिसमें दर्शन करने से लोगों के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. इसी तरह एक और मंदिर का निर्माण राजस्थान के पाली जिले की मारवाड़ तहसील के जाडन गांव में हो रहा है. करीब 250 एकड़ में फैले आश्रम के बीचो बीच इस मंदिर का निर्माण कराया गया है. 1995 में इस भव्य मंदिर का शिलान्यास किया गया था, जिसमें कई महान साधु संत शामिल हुए थे. ऐसी उम्मीद है कि 2024 तक इसका निर्माण पूरा हो जाएगा. आज हम आपको बताएंगे कि किस तरह यह मंदिर बेहद ही खास है और अभी इसे तैयार होने में और कितना वक्त लगेगा.
मंदिर का परिचय राजस्थान के पाली जिले के अंतर्गत जाडन गांव में ॐ आकृति का भव्य शिव मंदिर बनाया जा रहा है. इसमें महादेव की 1008 प्रतिमाएं लगाई गई है और इसमें आपको 12 ज्योतिर्लिंग दिखेंगे. यह मंदिर 135 फीट ऊंचा है जिसमें 108 कक्ष बनाए गए हैं. इस पूरे मंदिर परिषद में लगभग दो हजार के करीब स्तंभ है जिसके निर्माण में अभी भी 400 से अधिक लोग जुटे हुए हैं. यहां नागर श्रेणी से बना हुआ ॐ आकृति का मंदिर बनाने के लिए पत्थर धौलपुर की बंसी पहाड़ी से लाया जा रहा है. इस मंदिर परिसर के नीचे 2 लाख टन की टंकी भी बनाई गई है जो इसे और भी ज्यादा खास बनाती है. 1955 से ही इस भव्य मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो गया था, जहां 26 वर्षों से तैयार हो रहे इस मंदिर को लेकर ऐसा माना जा रहा है कि 2023 के अंत में या फिर 2024 तक यह पूरी तरह से निर्माण होकर तैयार हो जाएगा. इस मंदिर की परिकल्पना स्वामी महेश्वरानंद ने की थी, जिसका निर्माण कार्य इनके अनन्य शिष्य योगेश पुरी के निर्देशन में चल रहा है. यही वजह है कि इस मंदिर के बीचो-बीच स्वामी माधवानंद की समाधि है और भूगर्भ में समाधि के चारों तरफ सप्त ऋषियों की मूर्तियां हैं.
मंदिर की महत्वपूर्ण विशेषताएं 1. इस मंदिर के ऊपर वाले भाग में ब्रह्मांड के जैसी आकृति बनाई गई है जो देखने में बेहद ही खूबसूरत लगती है. 2. इस मंदिर का एक पूरा खंड भूगर्भ में बना हुआ है और अन्य तीन खंड जमीन के ऊपर बने हुए हैं. 3. यह मंदिर ब्रह्मा, विष्णु, महेश का प्रतीक माना जाता है जहां धरती पर पहली बार ओम के आकार के स्वरूप का मंदिर बनाया जा रहा है. 4. जाडन आश्रम में शिवालय के अलावा श्री माधवानंद योगा विश्वविद्यालय भी स्थापित किया गया है. 4 मंजिला इस इमारत में स्कूल कॉलेज भी होंगे जिस कारण इस मंदिर की खासियत और भी ज्यादा बढ़ जाएगी. 5. गर्मियों के मौसम में यहां आने पर प्राकृतिक का खूबसूरत नजारा,चारो ओर हरियाली देखने को मिलता है.