गरम मुद्दा

फेक न्यूज़ की वजह से कम हो रही है सोशल मीडिया की विश्वसनीयता, आप भी ना करें यह गलती

Published on

आज दुनिया के हर कोने में रहने वाले लोग सोशल मीडिया का भरपूर रूप से इस्तेमाल करते हैं. आज सोशल मीडिया एक ऐसा माध्यम बन चुका है जिसके तहत हमें दुनिया के किसी भी कोने की जानकारी पल में मिल जाती है.पर इस बात से भी कोई इनकार नहीं कर सकता कि आज सोशल मीडिया पर कई तरह की ऐसी खबरें भी दिखाई जाती है जो पूरी तरह से गलत और झूठ होती है. जिस पर विश्वास करने के कारण लोग धोखा खा जाते हैं. यही वजह है कि धीरे-धीरे सोशल मीडिया अपनी विश्वसनीयता खोते जा रहा है और लोग अब धीरे-धीरे सोशल मीडिया पर दिखाए जाने वाली बातों पर कम विश्वास करने लगे है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि किस तरह आप जागरूक रहकर सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाए जाने वाली खबरों से दूर रह सकते हैं और दूसरों को भी इसके लिए जागरूक कर सकते हैं, ताकि समाज में लोग इस तरह की परेशानियों से बच सकें.

फेक न्यूज़ क्या होता है
फेक न्यूज़ एक ऐसा न्यूज़ माना जाता है जिसके सारे तथ्य और स्त्रोत गलत होते हैं जो आज के समय में बच्चे और युवाओं के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक है. फेक न्यूज़ को तो कभी-कभी इस तरह से प्रस्तुत किया जाता है कि यह सच्ची खबरों को भी पछाड़ देती है. यह न्यूज़ कभी-कभी स्वयं गढी़ गई होती है जो लोगों को वास्तविक लगती है, जिसमें कोई सत्यापन योग्य तथ्य या उदाहरण नहीं होता है. हाल ही में मणिपुर की घटना सामने आई थी जिसमें 3 महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाया जा रहा था. बताया गया है कि यह शर्मसार करने वाली घटना एक फेक न्यूज़ के फैलने की वजह से हुई थी. मैतेई और कुकी जनजाति के बीच पहले हिंसा शुरू हुई और कुकी समाज ने इसके खिलाफ आवाज उठाई और रैली निकाली और यह बात काफी बड़े पैमाने पर पहुंच गया. हिंसा की शुरुआत के बाद अफवाह फैली कि मैतेई समुदाय की महिला के साथ रेप हुआ है जिसके बाद मैतेई समुदाय के लोगों की भीड़ कोंगपो जिले के एक गांव में घुसी और यहां पर सैकड़ों घरों के लूटा जहां बाद में जैसे-तैसे पुलिस ने लोगों को वहां से बचाया.
आज के समय में हमारे देश में सोशल मीडिया के माध्यम से फर्जी खबर फैलाने की समस्या एक बेहद ही गंभीर रूप ले चुकी है. एक डाटा के मुताबिक यह कहा जाता है कि पिछले साल भारत में अपराध की दर को फेक न्यूज़ में 28% तक बढ़ा दिया है.


फेक न्यूज़ की पहचान करने और फेक न्यूज़ को फॉरवर्ड करने से बचने के 6 तरीके
1. अगर किसी खबर को लेकर आपके दिमाग में है कि यह फेक न्यूज़ हो सकता है तो आप इसे news.google.com पर जाकर सर्च करें.ऐसी कोई घटना होगी तो वहां आपको जरूर दिखेगा.

2. सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि जो तस्वीरें आप फेसबुक और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया ऐप पर देख रहे हैं वह सही है या फिर इसमें किसी तरह की छेड़छाड़ की गई है या नहीं.

3. कई बार पुरानी वीडियो और टेक्स्ट को भी तेजी से वायरल किया जाता है जिसका आज के समय से कोई लेना देना नहीं है. ऐसे में आप उसकी टाइम लाइन को जरूर चेक करें.

4. अगर आपको किसी तरह की खबर या तस्वीर पर संदेह या शंका हो तो उसे कभी भी फॉरवर्ड ना करें, वरना वह आपके साथ-साथ कई लोगों को भ्रमित कर सकता.

5. अगर आप किसी ग्रुप से जुड़े हैं और लगातार उसमें मैसेज फॉरवर्ड हो रहे हैं तो आप यह जरूर जान ले कि उस कहानी में कितनी सच्चाई है तभी उसे फॉरवर्ड करें.

6. किसी भी खबर या जानकारी में अगर आपको थोड़ा भी संदेह लगे तो तो सबसे पहले उसके तह तक जाने की कोशिश करें ना कि उसे अन्य लोगों के साथ फॉरवर्ड करें.पी

आज प्रत्येक आदमी के पास मोबाइल फोन है,जिस वजह से बड़ी आसानी से फेक न्यूज़ एक इंसान से दूसरे इंसान तक फॉरवर्ड हो जाता है.

Copyright © 2020. All rights reserved