ओ तेरी..

आपके खाने की थाली में है महामिलावट, इस खबर को पढ़कर हो जाइए सावधान

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महंगाई के इस दौर में एक तरफ लोग चीजों की बढ़ती कीमतों से परेशान है, वहीं कुछ लोग इसमें मिलावट करने से बाज नहीं आते हैं. अब लोगों को तरह-तरह के माध्यम से यह जागरूक किया जा रहा है कि वह मिलावट की गई चीजों को खरीदने से सावधान रहे इसके बावजूद भी लोग कहीं ना कहीं इसकी चपेट में आ रहे हैं. जिससे उनके स्वास्थ्य पर इसका बुरा असर पड़ रहा है. कई बार तो यह गंभीर रूप भी धारण कर लेता है. आज के समय में खाने की चीजें तो दूर पानी में भी लोग मिलावट का काम करने लगे है. आज खाने-पीने से लेकर लगभग सारी चीजों में तेजी से मिलावट बढ़ रही है. आज हम आपको बताएंगे कि किस तरह रोजमर्रा की चीजें मिलावट के साथ बेची जाती है और हमें इसका बिल्कुल भी अंदाजा नहीं होता जो हमें धीरे-धीरे बीमार बना देती है.

जानलेवा है मिलावट से बनी खाद्य और पेय वस्तुएं
मिलावट की हुई चीजों को खाने अथवा पीने से यह हमारे लिवर,किडनी और आंतों को डैमेज करने का काम भी करता है. आज के समय में कई ऐसी चीज हैं जिनका हम रोजाना सेवन करते हैं और इसमें दाल, चावल, दूध, सब्जी जैसी चीजे शामिल है. अगर इन्हीं चीजों में रोज मिलावट होगा तो हमारे सेहत पर इसका काफी बुरा असर पड़ता है. कई बार तो इसमें इतनी गंभीर रूप से मिलावट की जाती है कि यह सीधे हमारे दिल, फेफड़े और किडनी को नुकसान करता है. देखा जाता है कि आज के समय में दाल के साथ काले रंग के कुछ बीज मिलाए जाते हैं जो धतूरा होता है. इसका सेवन करना हमारे लिए काफी जहरीला साबित हो सकता है. वही हरी- हरी सब्जियों के साथ भी आज यही किया जा रहा है जिसे गहरा रंग देने के लिए उसमें पैराफिन लिक्विड मिलाया जाता है. लोगों को लगता है कि यह सब्जी की हरियाली है जिस वजह से वह धोखा खा जाते हैं. आमतौर पर रोजाना इस्तेमाल होने वाला चीनी जिसे हम बहुत गुणकारी मानते हैं उसमें से भी अमोनिया की सुगंध आती है जो इस बात का संदेश देती है कि इसमें मिलावट है. आजकल चीनियों में चौक और यूरिया की खूब मिलावट की जाती है. वही दानेदार चीनी में तो लोगों द्वारा प्लास्टिक के कण को भी मिलाया जा रहा है. प्राकृतिक रूप से उगाई जाने वाले फल में भी कैल्शियम कार्बाइड मिलाया जाता है जो हमारे तंत्रिका तंत्र को क्षती पहुंचाता है. इतना ही नहीं जिस तेल में हम सब्जियों को बनाते हैं, उसमें आईजीमून तेल मिलाया जाता है. दरअसल यह भटकटैया के बीज का तेल होता है जो हमारे सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं होता.   वही बाजार में उपलब्ध कई तरह के दाल को पौलिश करके भी बेचा जा रहा है जिसमें मेटानिल नामक हानिकारक रंग मिलाया जाता है जिसका स्वाद बिल्कुल ही अलग होता है. कई बार तो लोग पहचान जाते हैं पर कुछ लोग दुकानदार की हरकत के वजह से धोखा खा जाते हैं.

मिलावट के इस दौर में कैसे सतर्क रहें
1. बाहर से लाई चीजों को जिसमें फल और सब्जियां शामिल है सबसे पहले इसे धो लें ताकि केमिकल और किसी तरह का रंग निकल जाए.

2. किसी भी सामान को खरीदते समय की पैकेट पर लिखी हुई जानकारी जांच ले.

3. कोशिश करें कि ज्यादातर खुली चीजों को ना ले. पैकेट में पैक चीजों को खरीदने की कोशिश करें और उसमें भी सावधान रहें.

4. खरीदारी करते समय यह ध्यान रखे कि आप ऑर्गेनिक फूड खरीदें जिसमें किसी तरह के केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है.

5. सब्जियों को बनाने से पहले उसे अच्छी तरह से धोए ताकि उस पर छीटा गया केमिकल और डाले गए रंग अच्छी तरह से उतर जाए.

6. किसी भी सामान को खरीदने से पहले एगमार्क, आईएसआई मार्क देखकर ही खरीदें जिससे पहले आप उसकी पैकिंग उसका वजन और उसकी गुणवत्ता लेवल का भी ध्यान रखें.

सब्जियों का आकार बढ़ाने के लिए कुछ लालची लोग उसमें इंजेक्शन देते हैं, जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक है.

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