आज भागदौड़ भरी जिंदगी में धीरे-धीरे लोग किस तरह बीमारी की चपेट में आ रहे हैं, उन्हें यह बिल्कुल भी आभास नही हो रहा है. आज हर चार में से तीन घर ऐसा होता है जिसमें लोग कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित होते हैं और उसी में से एक थायरॉयड है. जिस इंसान को थायरॉयड होता है उसका वजन इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि लोगों को लगता है कि यह मोटापा है, पर असल में देखा जाए तो उस इंसान के अंदर पोषण तत्व की धीरे-धीरे कमी होने लगती है, जिस कारण व्यक्ति कमजोर होने लगता है. ऐसे में यह जरूरी है कि फाइबर और आयोडीन युक्त पदार्थों का सेवन करें, ताकि आपको इस बीमारी में किसी तरह की परेशानी ना हो. आज हम आपको बताएंगे कि एक थायरॉयड के मरीज को क्या-क्या परेशानी होती है और इससे किस तरह आप अपनी जीवन शैली में बदलाव करके निजात पा सकते है.
थायरॉयड बीमारी का परिचय जिन लोगों की जीवन शैली सही नहीं होती है वह थायरॉयड के शिकार हो जाते हैं. थायरॉयड ग्रंथि में आई गड़बड़ी के कारण इस तरह की समस्या उत्पन्न होती है. यह मानव शरीर में पाए जाने वाले सबसे बड़ी ग्रंथियां में से एक मानी जाती हैं. शरीर की चयापचय क्रिया में थायराइड ग्रंथि का विशेष योगदान होता है. देखा जाता है कि थायराइड में वजन बढ़ने के कारण हार्मोन असंतुलन हो जाते हैं. पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थायराइड विकार 10 गुना ज्यादा होता है. इसका मुख्य कारण है महिलाओं में ऑटोम्यून्यून की समस्या ज्यादा होना. थायराइड के मुख्य लक्षणों में गर्मी न झेल पाना, ठीक से नींद ना आना, प्यास लगना, अत्यधिक पसीना आना, तेजी से दिल धड़कना, कमजोरी, चिंता, हाथ कांपना, सुस्ती, थकान, सूखी त्वचा, बालों में रूखापन यह सारे लक्षण दिखाई देते हैं.थायराइड के इलाज के लिए थायराइडेक्टॉमी एक प्रकार की सर्जरी है जिसमें शरीर के थायराइड ग्रंथि के सभी या कुछ हिस्से को हटा दिया जाता है. यह सबसे प्रभावी उपचार है जबकि थायराइड की समस्या के लिए दवाई सबसे प्रचलित उपचार है. कुछ मामलों में ही बस सर्जरी की जरूरत पड़ती है. अगर मरीज को दवा से पर्याप्त राहत नहीं मिल रही है तभी सर्जरी प्रक्रिया की आवश्यकता होती है.
थायरॉयड बीमारी से बचने के कुछ उपाय 1. थायराइड से बचने का सबसे सही उपाय है कि आप स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए फाइबर युक्त आहार ले और हमेशा कुछ ना कुछ शारीरिक गतिविधि करते रहें.
2. जितना हो सके तनाव से अपने आप को दूर रखें, ताकि थायराइड को बढ़ने में मदद ना मिले.
3. नट्स जैसे बादाम, काजू और सूरजमुखी के बीज का अधिक सेवन करें जिसमें कॉपर की मात्रा अधिक होती है.
4. जितना हो सके अपने डाइट में डेरी प्रोडक्ट शामिल करें.
5. थायराइड को कंट्रोल करने के लिए मुलेठी भी खाया जा सकता है.
6. जितना हो सके भोजन में अधिकतर फल एवं सलाद शामिल करें और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें.