Connect with us

साइबर क्रिमिनल्स के निशाने पर है आपका बैंक अकाउंट, डिजिटल समझदारी ही है एकमात्र हथियार

ओ तेरी..

साइबर क्रिमिनल्स के निशाने पर है आपका बैंक अकाउंट, डिजिटल समझदारी ही है एकमात्र हथियार

साइबर क्राइम शब्द से तो आज हर कोई वाकिफ है, जहां लगातार सरकार द्वारा लोगों को कई तरह से जागरूक किया जाता है पर फिर भी आज भी ऐसे कई लोग हैं जो साइबर क्राइम के झांसे में आ जाते हैं. कई बार ना चाहते हुए भी पलक झपकते लोगों के बैंक अकाउंट से लाखों रुपए गायब हो जाते है. आज के समय में जब सारी की सारी लेनदेन डिजिटल हो चुकी है ऐसे में यह जरूरी है कि हम डिजिटल समझदारी को बढ़ाएं और लोगों को इसके लिए जागरूक करें. आज हम आपको बताएंगे कि किस तरह आप अपने आप के साथ फ्रॉड होने से खुद को रोक सकते हैं और अपने बैंक अकाउंट की सुरक्षा आसानी से कर सकते हैं.

टेक्नोलॉजी के इस युग में हो रहे बैंकिंग क्राइम्स की जानकारी
आज के समय में बैंकिंग फ्रॉड इतना ज्यादा बढ़ चुका है कि लोग समझ भी नहीं पाते हैं और बड़ी आसानी से उनके खाते से लाखों रुपए खाली हो जाते हैं. आज कई ऐसे माध्यम हैं जिसके तहत जालसाज आपकी पर्सनल डिटेल को इकट्ठा करके कई तरह से इसका दुरुपयोग करते हैं, जहां आपको पता भी नहीं चलता और घर बैठे- बैठे आपका बैंक अकाउंट पूरी तरह जीरो हो जाता है.खासकर मोबाइल बैंकिंग के इस युग में तो धोखे बाजो ने फ्रॉड करने के नए-नए तरीकों को इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है.

1. कई मौके पर फ्रॉड करने वाले लोग ग्राहकों को इनाम, रिफंड या कैशबैक जैसे चीजों का लालच देकर इस लिंक पर क्लिक करने का आग्रह करते हैं और जैसे आप उस पर क्लिक करके अपनी जानकारी डालते हैं वह जानकारी हैकर के पास चली जाती है, जिसके बाद पल भर में ही आपका अकाउंट खाली हो जाता है.

2. कॉल सेंटर फ्रॉड में धोखेबाज ग्राहक सेवा प्रतिनिधि बनकर कई बार आपके पास कॉल करते है और आपकी निजी जानकारियां मांगी जाती है.
3. कई मामले में आधार कार्ड से भी फ्रॉड किए जाते हैं क्योंकि इससे आपके बैंक अकाउंट की डिटेल अटैच होती है.
4. क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल भी आज कई तरह के फ्रॉड काम करने के लिए किया जा रहा है. इसके नियमों को सही से जाने तब प्रयोग करें.
5. कई बार बिना ओटीपी, पिन पासवर्ड या लिंक के ही लोगों के अकाउंट से पैसे खाली हो जा रहे हैं. सिम स्वाइप फ्रॉड एक नया तरीका बन गया है. इसमें आपके अकाउंट तक पहुंचने के लिए आपके फोन नंबर का इस्तेमाल किया जाता है और सिम स्विच किया जाता है. ऐसे में जालसाज आपको फोन करके अपने उसे सिम कार्ड को एक्टिव करने के लिए कहते हैं और जब ऐसा हो जाता है तो उनका नियंत्रण कॉल या टेक्स्ट पर आसानी से हो जाता है जिस कारण आपके बैंक खाते से पैसे गायब हो जाते हैं.

कैसे रहें जालसाजों से सावधान
1. जिन मैसेज के बारे में आपको जानकारी नहीं है या उस पर विश्वास नहीं है तो उसका जवाब देने से बचे.

2. अपने मोबाइल पर आने वाली किसी भी प्रकार की ईमेल, टेक्स्ट मैसेज अच्छे से पढ़े बिना किसी भी लिंक पर क्लिक न करें.

3. भले ही कोई आपको कितना भी कैशबैक, रिफंड और अन्य तरह की लॉटरी का लालच दे पर उसके झांसी में ना आए.

4. कोई भी अगर फोन करके आपसे ओटीपी, पिन, अकाउंट नंबर, पासवर्ड या इस तरह की चीज मांगे तो आप कभी भी अपनी जानकारी साझा ना करें.

5. यह बात हमेशा याद रखें कि कोई भी यूपीआई बैंक या अन्य तरह की कंपनी किसी भी तरह की रिफंड के लिए यूपीआई या ओटीपी नहीं मांगती है. इसके साथ ही अपने फोन में हमेशा एक स्ट्रांग पासवर्ड प्रोटेक्शन रखें.

अनजान लोगों को न करने दें अपने मोबाइल अथवा लैपटॉप का प्रयोग, निकाल सकते हैं महत्वपूर्ण जानकारी.

आगे पढ़ें
You may also like...

journalist

More in ओ तेरी..

To Top