फोकट का ज्ञान
आज सेहत के नाम पर हम शरीर में झोंक रहे हैं अंग्रेजी दवा, हमारे आसपास मौजूद है विकल्प
आज लोगों के लिए सेहत का मतलब कहीं ना कहीं दवाई हो चुकी है, क्योंकि लोगों को लगता है कि सेहत के लिए दवा का सेवन करना हमारे शरीर के लिए काफी जरूरी है. हल्की सी जुकाम क्या हुई तुरंत पहुंच गए मेडिकल स्टोर और दुकानदार की सलाह पर खरीद ली दवाई, यह मानसिकता आपको स्वस्थ नहीं बल्कि धीरे-धीरे कई गंभीर बीमारियों की चपेट में जकरता जा रहा है जिसका आपको अंदाजा भी नहीं है. खास तौर पर तब जब हमारे पास इसके कई अच्छे विकल्प मौजूद है. आज हम आपको बताएंगे कि किस तरह अंग्रेजी दावों का इस्तेमाल कम करके हम आयुर्वेदिक और घरेलू चीजों के इस्तेमाल से अपनी कई समस्याओं को दूर कर सकते हैं.
आजकल छोटी-छोटी बातों पर लोग खा रहे हैं हार्ड पावर की अंग्रेजी दवा
आज के समय में लोगों के लिए दवाई एक सबसे आसान रास्ता बन चुकी है. कुछ भी होता है तुरंत लोग दवा का सहारा लेने लगते हैं. लोगों के लिए यह एक ऐसा साधन बन चुका है जिस कारण वह अपने आप को ठीक करना चाहते हैं. यही वजह है कि थोड़ी सी परेशानी होने पर वह डॉक्टर द्वारा दी गई हार्ड पावर की दवाइयां खाने से बिल्कुल नहीं कतराते हैं, पर यह हमारे शरीर पर किस तरह प्रभाव छोड़ता है शायद आज हर कोई इससे अनजान है. अगर आप नियमित रूप से हर छोटी से छोटी समस्या के लिए भी अंग्रेजी दवा खाने की आदत डाल लेते हैं तो आपके शरीर में कई तरह की शिकायत देखने को मिलती है, जो आपकी ब्रेन, किडनी, लीवर और हार्ट को प्रभावित कर सकता है. कई बार बेहोशी और सुस्ती के लक्षण भी इसमें देखने को मिलते हैं. आज के समय में हर किसी के घर में हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की दवाई तो देखने को मिल ही जाती है. इसके अलावा कफ सिरप, एसपीरिन, एंटासिड, पेरासिटामोल, आई ड्रॉप्स, एंटीसेप्टिक, कब्ज की दवा और कई तरह की एंटीबायोटिक देखने को मिल सकती है.
अंग्रेजी दवाओं का घरेलू विकल्प और आयुर्वेदिक विकल्प(अगर आपका बॉडी सेंसेटिव है तो प्रयोग से पहले जरूर लें डॉक्टर की सलाह)
1.सिर दर्द के लिए – शिर: शूल वटी
2.बदन दर्द और शरीर के टूटने पर – शूल वर्जनी वटी
3.सीने पर जलन और बदहजमी के लिए – अविपत्तिकर चूर्ण
4.बुखार होने पर – लक्ष्मी विलास रस
5.बार-बार पेशाब आने पर – चंद्रप्रभा वटी
6.खांसी होने पर – श्वसारि कफ सिरप
इसके अलावा आप घरेलू उपचार पर चाहे तो शहद, लहसुन, अदरक, हल्दी, अजवाइन के फूल का तेल इन सारी चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो आपको खांसी जुकाम और बुखार से राहत पहुंचाता है और आपके रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर फुर्तीला बनाता है.
अंग्रेजी दवा खाने के कुछ महत्वपूर्ण नुकसान
1. अंग्रेजी दवाइयां काफी गर्म होती है जिस वजह से लोगों को पेट की समस्या शुरू हो जाती है.
2. अक्सर दवा का सेवन करने के बाद लोगों को तेजी से नींद आने लगती है जिस कारण वह कोई और काम नहीं कर पाते हैं.
3. हार्ड अंग्रेजी दवाइयां किडनी और लीवर पर भी बहुत ज्यादा असर डालती हैं.