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रॉकेट्री फिल्म ने नेशनल अवार्ड जीत कर सबको चौंका दिया, दर्शकों को पसंद आई गुमनाम वैज्ञानिक की कहानी

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बॉलीवुड में आए दिन कई फिल्मे रिलीज होती है, पर इसमें से कुछ ऐसी फिल्में होती हैं जो दर्शकों के दिलों तक उतर जाती है. उन्ही में से एक फिल्म रॉकेट्री है जिसने लोगों के सामने एक ऐसी कहानी पेश की है जो लोगों को खूब पसंद आई. यही वजह है कि इस फिल्म को  2023 का नेशनल अवार्ड भी मिला. इससे यह समझा जा सकता है कि इस फिल्म में कई ऐसे पहलू है जिसने इस बार लोगों को काफी आकर्षित किया है और हर कोई फिल्म की तारीफ कर रहा है. आज हम आपको बताएंगे कि आखिर किन कारणों से रॉकेट्री को नेशनल अवार्ड मिला. फिल्म में किस तरह की कहानी दिखाई गई है जो लोगों को इतनी पसंद आई.

रॉकेट्री फिल्म का परिचय
अपने जीवन में सब कुछ दाव पर लगाकर जो अपने हुनर को हौसला बनाते हैं, रॉकेट्री वैसे ही लोगों की कहानियों पर आधारित है. इसमें यह दिखाया गया है कि किस तरह एक व्यक्ति अपने करियर में हमेशा देश के बारे में और देश को आसमान की ऊंचाई तक ले जाने के बारे में सोचता है. इसके बावजूद उसे देशद्रोही बताया जाता है. उसके परिवार पर लांछन लगाए जाते हैं और काफी जलील किया जाता है. यह जीनियस साइंटिस्ट रहे नंबी नारायणन की कहानी है जिसमें आर माधवन ने मुख्य भूमिका निभाई है.  इसरो के साइंटिस्ट रहे नंबी नारायण ने अपने करियर में कई बुलंदियों को छुआ है. इस कहानी में आप देख सकते हैं कि कैसे पॉलिटिक्स के चलते दुनिया भर में उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ा और परिवार ने उनके कितने दर्द झेले हैं. इस फिल्म में आर माधवन फिल्म के लेखक, निर्माता, निर्देशक और मुख्य अभिनय भूमिका में नजर आ रहे हैं जो हर एंगल से लोगों पर अपना जादू बिखेरने में सफल रहे है.
इस फिल्म की सबसे बड़ी खासियत है कि यह इसरो में हमारे वैज्ञानिक की कड़ी मेहनत और हमारे देश के प्रति उनके समर्पण और उनके बलिदानों के बारे में है जो हर रोज कई नए योगदान देते हैं. 69 वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में रॉकेट्री को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के तौर पर चुना गया. फिल्म में आर माधवन ने लीड रोल निभाया है, तो वही सिमरन, सूर्य और शाहरुख खान भी किरदार में नजर आए

गुमनाम वैज्ञानिक नंबी नारायण का परिचय और गुमनामी का कारण
नंबी नारायण का जन्म 12 दिसंबर 1941 को तमिलनाडु के नागर कोइल में हुआ. अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने इसरो को ज्वाइन किया था जहां पर उन्होंने लिक्विड फ्यूल टेक्नोलॉजी रॉकेट इंजन की खोज की जो उनके द्वारा भारत अंतरिक्ष अनुसंधान के इतिहास में एक बहुत बड़े योगदान के रूप में याद रखा जाता है. सीबीआई द्वारा नंबी नारायण को देश से गद्दारी करने के आरोप के चलते शारीरिक और मानसिक रूप से काफी प्रताड़ित किया गया. साल 1994 के कुख्यात इसरो जासूसी मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया था जिसके बाद हर तरफ तहलका मच गया, पर जब बाद में सीबीआई को यह पता लगा कि उनकी गिरफ्तारी अवैध थी क्योंकि कोई सूचना लीक नहीं हुई थी. इसके बाद तो उनकी जिंदगी पूरी तरह से बदल गई. तब तक उन्हें जितना कुछ खोना था, वह खो चुके थे.

रॉकेट्री फिल्म में नंबी नारायण का किरदार निभाते आर माधवन.

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