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भजन सम्राट गुलशन कुमार के पीछे पड़ गया था अंडरवर्ल्ड, नदीम सैफी ने लिया था बदला

एक था खलनायक

भजन सम्राट गुलशन कुमार के पीछे पड़ गया था अंडरवर्ल्ड, नदीम सैफी ने लिया था बदला

आज इस दुनिया में कई ऐसे कलाकार हैं जो भगवान का भजन और कीर्तन करते हैं, पर एक नाम ऐसा है जो भले ही हमारे बीच मौजूद नहीं हैं पर उनके गाने आज भी अमर है. उनके हनुमान चालीसा को अभी तक करोड़ों लोगों ने यूट्यूब पर पसंद किया है और अब आपको पता चल गया होगा कि हम भजन सम्राट गुलशन कुमार की बात कर रहे हैं. इन्होंने अपने जीवन में माता के कई जगराते और भजन गाए जिस कारण वह खुब लोकप्रिय हुए. एक ऐसा वक्त भी आया जब अंडरवर्ल्ड से उनकी दुश्मनी हो गई और यह दुश्मनी उनकी जिंदगी को समाप्त करने तक की कहानी बन गई. आज हम आपको बताएंगे कि किस तरह भजन सम्राट कहे जाने वाले गुलशन कुमार की मौत हुई और इसमें कई बडे़ नाम शामिल थे.

भजन सम्राट गुलशन कुमार का जीवन परिचय और टी-सीरीज कंपनी शुरू होने की कहानी
गुलशन कुमार का जन्म 5 मई 1956 को दिल्ली के पंजाब परिवार में हुआ था. उन्होंने अपनी पढ़ाई दिल्ली से की जहां परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उन्हें अपनी पढ़ाई बीच में छोड़नी पड़ी. आगे चलकर उन्होंने किराने की दुकान में सामान बेचना शुरू किया और धीरे-धीरे गायकी का काम भी शुरू किया. गुलशन ने सुपर कैसेट इंडस्ट्री लिमिटेड कंपनी बनाई जो भारत में सबसे बड़ी संगीत कंपनी बन गई जिसके तहत उन्होंने t-series की स्थापना की. इससे पहले उन्होंने नोएडा में एक प्रोडक्शन कंपनी खोली थी, जिसके तहत वह भक्ति गीत और भजन गाने के चलते काफी लोकप्रिय हो गए थे.
धीरे-धीरे उन्होंने मुंबई तक अपना बिजनेस पहुंचाया. इस म्यूजिक कंपनी के तहत फिल्मों के सुपरहिट गाने भी रिकॉर्ड किए जाने लगे और रात दिन मेहनत करके उन्होंने अपनी कंपनी को टॉप म्यूजिक कंपनी बना दिया, जिसमें वह खुद भी भक्ति गाना गया करते थे, जिसमें माता वैष्णो देवी के सबसे ज्यादा गाना हुआ करते थे. उन्होंने तकरीबन 15 से ज्यादा फिल्में प्रोड्यूस की, जिसमें एक फिल्म ‘बेवफा सनम’ को उन्होंने डायरेक्ट भी किया. उनकी पहली प्रोड्यूस की गई फिल्म 1989 में आई ‘लाल दुपट्टा मलमल का’ थी लेकिन 1990 में जब आशिकी फिल्म आई तब वह काफी लोकप्रिय हुए और अभी टी-सीरीज ने बादशाहो, एअरलिफ्ट, आशिकी 2, बेबी, रेडी जैसी फिल्म को प्रोड्यूस किया.

नदीम सैफी को गुलशन कुमार से क्यों हो गई दुश्मनी : 1997 तक गुलशन कुमार अपने करियर के पीक पर पहुंच चुके थे जहां t-series ने 65% मार्केट पर कब्जा जमा लिया था. ये वह दौर था जब अंडरवर्ल्ड और फिल्म इंडस्ट्री का रिश्ता जगजाहिर था. गुलशन कुमार की हत्या में भी अंडरवर्ल्ड का हाथ था. दरअसल नदीम श्रवण जोड़ी फेम नदीम सैफी ने साल 1997 में एक एल्बम लॉन्च किया था, जिसका नाम ‘अजनबी’ था. उसके कुछ गाने उसने खुद गाए थे और वह चाहता था कि टी-सीरीज इस एलबम के राइट खरीदके इसे प्रमोट करें लेकिन गुलशन कुमार इस बात के लिए तैयार नहीं हुए. गुलशन ने नदीम से यह तक कह दिया था कि उनकी आवाज अच्छी नहीं है. t-series ने राइट जैसे तैसे खरीद लिए. प्रमोशन के लिए एक वीडियो भी बना है, लेकिन एल्बम फ्लॉप साबित हुई और नदीम सैफ ने इसका दोष पूरी तरह गुलशन कुमार को दिया और बाद में दोनों के बीच इतनी तना- तनी हो गई की यह गुलशन कुमार के मौत का कारण बनी. मुंबई के एक मंदिर में पूजा करने जाने वक़्त गुलशन कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस साजिश के पीछे अबू सलीम, अब्दुल रशीद और दाउद मर्चेंट का नाम आया.

गुलशन कुमार की हत्या के बाद उनके पुत्र भूषण कुमार ने टी-सीरीज को संभाल, आज बहन तुलसी कुमार और खुशहाली कुमार के साथ कंपनी को चला रहे हैं.

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