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हरियाणा का वह मशहूर बॉक्सर जो बन गया हिस्ट्रीसीटर क्रिमिनल, पढ़िए मेक्सिको में गिरफ्तारी की कहानी

एक था खलनायक

हरियाणा का वह मशहूर बॉक्सर जो बन गया हिस्ट्रीसीटर क्रिमिनल, पढ़िए मेक्सिको में गिरफ्तारी की कहानी


कहा जाता है कि अपने देश या राज्य के लिए शानदार प्रदर्शन करना और उसका प्रतिनिधित्व करना हर खिलाड़ी का सपना होता है, पर जब वही खिलाड़ी गलत रास्ते पर चल पड़े तो यह देश के लोगों के लिए खतरा बन जाता है. हरियाणा के एक मशहूर बॉक्सर की कहानी भी कुछ ऐसी ही है, जिसने एक वक्त में बॉक्सिंग की दुनिया में नए-नए मुकाम हासिल किए, पर अचानक वह गलत रास्ते पर चल पड़ा और फिर हिस्ट्रीसीटर क्रिमिनल बन गया. उसके अपराध का अंत मैक्सिको में जाकर हुआ जिसे दिल्ली पुलिस ने वहां से गिरफ्तार किया. आज हम आपको बताएंगे कि किस तरह उसने जुर्म की दुनिया में कदम रखा और किन बड़े-बड़े अपराधों को भी अनजाम दिया.

मशहूर बॉक्सर दीपक पहल का परिचय
दीपक पहल हरियाणा के सोनीपत के रहने वाला है जिसका जन्म 1996 में हुआ था. उसके परिवार में मां राजबाला, भाई प्रवीण व नवीन है. पिता सुरेश पहल की करीब 9 महीने पहले ही निधन हो चुकी थी. दीपक राष्ट्रीय स्तर की मुक्केबाजी चैंपियनशिप में विजेता रह चुका है. कम समय में ज्यादा धन कमाने की लालच में उसने अपराध की दुनिया का रुख किया. अपराध की दुनिया में उनकी एंट्री 2014-15 के आसपास हुई, जब उसकी मुलाकात गोगी से जुड़े स्थानीय अपराधी मोहित से हुई. मुक्केबाजी के कारण वह तुरंत ही गोगी के समूह में प्रसिद्ध हो गया. यह पहली बार था जब 2016 में उसे गिरफ्तार किया गया था. दीपक बॉक्सर 2017 में जब जमानत पर जेल से रिहा हुआ तो उसने फिर से अपनी अपराधी गतिविधियों को शुरू कर दिया. माना जा रहा था कि गोगी की गिरफ्तारी के बाद दीपक उसका कारोबार संभाल रहा था.

मेक्सिको में उसकी गिरफ्तारी की कहानी
उसने भारत छोड़कर भागने का पूरा प्लान तैयार कर लिया था. इसके बावजूद भी वह पकड़ा गया. दरअसल दीपक डोंकी रूट के रास्ते अमेरिका पहुंचने के चक्कर में था. एक ह्यूमन ट्रैफिकर के साथ 50 लाख रुपए की डील हो चुकी थी जहां दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और इंटेलिजेंस एजेंसी का जॉइंट ऑपरेशन था जिसके तहत मोस्ट वांटेड गैंगस्टर दीपक बॉक्सर मेक्सिको में पकड़ा गया. दरअसल ये पहली बार था जब दिल्ली पुलिस एफबीआई की मदद लेकर किसी गैंगस्टर को पकड़ने विदेश गई. विदेश जाने के लिए वह पहले कोलकाता गया और फिर वहां से मेक्सिको पहुंच गया.
दीपक बॉक्सर ने दिल्ली के एक बिल्डर अमित गुप्ता की हत्या की थी. इसके बाद नौकरशाह व आईपीएस अफसर में सनसनी फैल गई और इस घटना के तुरंत बाद ही दीपक बॉक्सर मेक्सिको भाग गया था. साल 2021 में उसने जीटीबी अस्पताल में पुलिस पर हमला किया और पुलिस हिरासत से कुलदीप को भगाने में मदद की थी. दीपक किसी का भी सगा नहीं था उसने अपने उस्ताद जितेंद्र जोगी की मदद से गैंगस्टर की दुनिया में कदम रखा. बाद में विवाद होने पर उसी की हत्या करवा दी. साल 2021 सितंबर में सरेआम रोहिणी कोर्ट में गोलियां दाग कर उसने गोगी की हत्या करवा दी थी.

दीपक की मेक्सिको से फिल्मी अंदाज में हुई थी गिरफ्तारी.

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