ओ तेरी..
चीन का एक ऐसा गांव जहां होती है करोड़ों सांपों की खेती, जहर बेचकर मालामाल हो रहे हैं यहां के किसान
आपने फल, सब्जी, फूलों की खेती के बारे में तो सुना होगा जो देश के साथ-साथ विदेश में भी अब हो रहा है, लेकिन शायद यह बात अजीब लग सकती है कि अब सांपों की भी खेती की जाने लगी है और यह कोई छोटे-मोटे नहीं बल्कि बहुत बड़े स्तर पर होती है, जिससे किसान मालामाल होते हैं. यहां खेती का अभिप्राय फार्मिंग से है. चीन के एक गांव की ऐसी कहानी है जिसके बारे में जानकर आपके होश उड़ जाएंगे. यहां पर हर साल लाखों की संख्या में सांपों की पैदावार की जाती है और इसका अलग-अलग तरह से इस्तेमाल होता है. आज हम आपको बताएंगे कि आखिर किस तरह के पर्यावरण में चीन सांप की खेती करता है और करोड़ों सांपों का वह लोग क्या करते हैं.
चीन के Zisiqiao गांव का परिचय और सांपों की कहानी
चीन के झेजियांग प्रांत के Zisiqiao गांव के लोग जहरीले सांपों को पालते हैं. इस गांव का हर एक दूसरा शख्स इस कारोबार से जुड़ा हुआ है. इस गांव की आबादी लगभग 1000 की है. दरअसल चीन में हजारों सालों से परंपरागत चिकित्सा को काफी महत्व दिया जाता है. इसलिए यहां सांप से कई तरह का इलाज किया जाता है. चीन के इस गांव में सांप कई नस्ल के साथ पैदा होते हैं. इनको लकड़ी और शिशों के छोटे-छोटे डब्बे में पाला जाता है. गांव में करीबन 170 परिवार है जो हर साल 30 लाख से ज्यादा सांपों की पैदावार करते हैं. सांपों से बनने वाली जड़ी बूटी से कई बीमारी का इलाज किया जाता है. त्वचा की बीमारी साथ ही साथ कैंसर के इलाज में भी इसका इस्तेमाल होता है. यहां 100 से भी ज्यादा स्नेक फॉर्म है. गांव में बड़े-बड़े व्यापारी आकर बोली लगाते हैं, सांपों का सौदा करते हैं. इन्हें चीन ही नहीं बल्कि अमेरिका, जर्मनी, रूस और साउथ कोरिया में भी ट्रांसपोर्ट किया जाता है. चीन में सांप का मीट बड़े ही शौक से खाया जाता है. साथ ही उनके शरीर के अंगों का उपयोग चीनी दवा उद्योग में होता है. वहीं कुछ लोग सेक्स पावर बढ़ाने के लिए सांपों का खून भी पीते हैं. यहां पर सांप को शौकिया तौर पर नहीं बल्कि उनके शरीर के अन्य अंगों के लिए पाला जाता है.
सांप के जहर का कारोबार क्या है
सांप का जहर जहरीला होने के साथ-साथ एंजाइम और प्रोटीन, लिपिड, न्यूक्लियोसाइड और कार्बोहाइड्रेट का मिश्रण होता है. सांप का जहर लोगों के शरीर के लिए जितना घातक है, उतना लाभकारी भी है. सांप के जहर के इस्तेमाल से एंटी वेनम सीरम या एंटीटॉक्सिन सीरम तैयार होता है. इसके अलावा दुनिया भर में सांप की कई वैरायटी उपलब्ध है. इन अलग-अलग वैरायटी के सांपों के जहर का इस्तेमाल अलग-अलग समस्या को दूर करने के लिए होता है. कोबरा सांप के 1 ग्राम जहर की कीमत 5423 और इस तरह 10 ग्राम की कीमत ₹54230 है. वही नाग की कीमत 50000 प्रति एक ग्राम है। किंग कोबरा के 1 ग्राम जहर की कीमत 19940 है. वही करैत सांप की एक ग्राम जहर की कीमत ₹30308 रुपए है. सांप के जहर से ही सांप के काटने की दवाई बनाई जाती है. इस काम के लिए देश में बड़े स्तर पर सांपों का पालन किया जाता है. सांप के जहर में पाए जाने वाले प्रोटीन का उपयोग कई तरह की बीमारी जैसे दिल का दौरा, स्ट्रोक, अल्जाइमर और पार्किंसन रोग के इलाज के लिए किया जाता है.