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अब महिला से पुरुष बनना चाहती हैं UP की ये महिला  कांस्टेबल, कोर्ट निभा रही महत्वपूर्ण भूमिका

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अब महिला से पुरुष बनना चाहती हैं UP की ये महिला  कांस्टेबल, कोर्ट निभा रही महत्वपूर्ण भूमिका

व्यक्ति किसी भी जाति और पंथ का क्यों ना हो व्यक्ति को किसी एक लिंग को चुनने की स्वतंत्रता दी गई है. कई बार ऐसा होता है कि समय बीतने के साथ लोगों को यह लगता है कि उसकी पहचान उसके जन्म के लिंग के साथ मेल नहीं खाती है. ऐसे में अगर वह व्यक्ति अपना लिंग बदलवाना चाहता है तो कानूनी तौर पर ऐसा संभव है. आज हम आपको बताएंगे यूपी की उन दो महिला कांस्टेबल के बारे में जिन्होंने जेंडर चेंज करने की अर्जी लगाई है. इसके पीछे उन्होंने बहुत बड़ा कारण बताते हुए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. भारत में इसके लिए कानून क्या है और किन-किन प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है, यह भी हम चर्चा करेंगे.

देश में लिंग बदलने का कानून का परिचय
अपना लिंग बदलवाने के लिए भारत में सबसे पहले आपको आवेदन करना होता है. इसके बाद आपके आवेदन पर कार्यवाही होती है फिर बात आगे बढ़ती है. सबसे पहले इस कड़ी में हलफनामे का मसौदा तैयार होता है. इसमें आपका नाम, पिता का नाम, पता, आयु और लिंग बताना होता है. यह ध्यान रखें कि इसमें दी गई सारी जानकारी सरकारी पहचान प्रमाण में उल्लेखित होनी चाहिए. इस कड़ी में यह दूसरा कदम है. उस शहर के एक प्रमुख समाचार पत्र में विज्ञापन देना है जहां आप रहते हैं. आवेदन का सबसे महत्वपूर्ण और अंतिम कदम साप्ताहिक राष्ट्रीय राजपत्र में अधिसूचना है. पूरे नियम के साथ हस्ताक्षरित आवेदन को अनिवार्य दस्तावेजों के साथ दर्ज करना होगा. दाखिल करने के समय निर्धारित सरकारी शुल्क का भुगतान भी आपको करना होगा. आवेदक को जमा करने के बाद संबंधित विभाग आपकी उस आवेदन पत्र की समीक्षा करता है जिसे लिंग परिवर्तन आदि सूचना ई गैजेट में प्रकाशित किया जाएगा. भारत में कानूनी तौर पर यह संभव है, बस उसे व्यक्ति को लिंग पुनर्मूल्यांकन से गुजरना पड़ता है.

उत्तर प्रदेश की महीला कांस्टेबल द्वारा जेंडर चेंज की अर्जी की कहानी : यूपी की रहने वाली दो महिला जिन्होंने लिंग परिवर्तन की मांग की है. वह यूपी के गोरखपुर और गोंडा जिले में तैनात है. दोनों ने पुरुष बनने की इच्छा जाहिर की है. 2019 में उत्तर प्रदेश पुलिस में शामिल हुई महिला ने डीजीपी को पत्र में यह लिखा कि वह महिलाओं की तुलना में पुरुषों के व्यक्तित्व के प्रति अधिक आकर्षित है और एक पुरुष के रूप में रहना पसंद करती है. वह ऑफिस में पैंट शर्ट पहन कर जाती है और उन्होंने अपने बाल छोटे कर रखे हैं. उन्हें क्रिकेट खेलना काफी पसंद है. दरअसल अब यह काफी अधिकारियों के लिए परेशानी वाला मामला हो चुका है क्योंकि भर्ती के समय महिला और पुरुष की शारीरिक मानक भी अलग-अलग होते हैं. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि अगर महिला सिपाही को लिंग परिवर्तन पर पुरुष बनने की अनुमति दे भी दी जाती है तो उसकी भर्ती के मामले और सेवा नियमों को लेकर आने वाली समय में किस प्रकार से समझाया जाएगा. जब इन दोनों महिलाओं ने इस संबंध में हाईकोर्ट के पास अपनी अर्जी लगाई तो हाई कोर्ट में महिला सिपाही के आवेदन को संवैधानिक अधिकार भी बताया है. हाई कोर्ट ने बताया कि अगर आधुनिक समाज में किसी व्यक्ति को अपनी पहचान दिलाने के लिए अधिकार से वंचित कर रहे हैं या स्वीकार नहीं करते तो हम सिर्फ लिंग पहचान विकार सिंड्रोम को प्रोत्साहित करेंगे. हाई कोर्ट ने यूपी के डीजीपी को महिला कांस्टेबल के आवेदन को निस्तारित करने का भी निर्देश दिया है.

बॉलीवुड का यह कलाकार जेंडर चेंज करवा कर पंकज से बॉबी डार्लिंग बन गया.

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