एक कलाकार की आवाज में इतनी ताकत होती है कि सरहद पार लोग उसे सुनने के लिए बेताब हो जाते हैं और उसे इतना पसंद करने लगते हैं कि वह कलाकार भारत में आकर रहने लगता है. हम बात कर रहे हैं अदनान सामी की जो भले ही आज भारत की नागरिकता ले चुके हैं लेकिन मूल रूप से वह पाकिस्तान के रहने वाले हैं, जिन्हें भारत में इतना प्यार मिला कि उन्हें इसकी उम्मीद भी नहीं थी. हालांकि नागरिकता लेने के दौरान उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने मन में ठान लिया था कि वह भारत में ही रहेंगे. आज हम आपको भारत के मशहूर सिंगर अदनान सामी के बारे में बताने जा रहे हैं जो गायकी की दुनिया में कदम रखने के साथ ही भारत के दीवानी हो गए और भारत पहुंचते ही उन्हें एक नया मुकाम मिल गया.
मशहूर गायक अदनान सामी का परिचय अदनान सामी का जन्म 15 अगस्त 1969 को यूनाइटेड किंगडम के लंदन में हुआ था. उनके पिता पाकिस्तान के रहने वाले थे और उनकी माता भारत की जम्मू की रहने वाली थी. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा लंदन से यूनिवर्सिटी से प्राप्त कि जहां उन्होंने जर्नलिज्म और पॉलिटिकल साइंस से अपना ग्रेजुएशन पूरा किया. ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद उनके दिमाग में एलएलबी करने का विचार आया और इसी दौरान उनके दिमाग में संगीतकार बनने का सपना आया था, जिसके लिए उन्होंने पंडित शिवकुमार शर्मा से संगीत की शिक्षा लेनी शुरू कर दी थी. 1994 में पहली बार फिल्म में गाना कंपोज करने का उन्हें मौका मिला था. 1995 में उन्हें पाकिस्तान के द्वारा बनाई गई फिल्म में डेब्यू करने का मौका प्राप्त हुआ और उन्होंने इस मौके को स्वीकार किया. इस फिल्म का नाम संग्राम था. साल 2000 में अदनान ने अपना वीडियो सॉन्ग ‘कभी तो नजर मिलाओ’ और ‘थोड़ी सी तो लिफ्ट करा दे’ लॉन्च किया जिसमें उन्हें एक अलग ही पहचान मिली. इसके बाद उनके पास फिल्मों की लाइन लग गई. साल 2001 में फिल्म अजनबी में तू सिर्फ मेरा महबूब गाना उन्होंने कंपोज किया था. उसके बाद 2002 में उनका ‘तेरा चेहरा’ एल्बम रिलीज हुआ.
पाकिस्तान छोर भारत में बसने की पूरी कहानी भारत में आने और पाकिस्तान छोड़ने के बाद अदनान सामी ने खुद बताया था कि पाकिस्तान में लोगों ने उनके इरादों पर सवाल उठाए थे और कहा था कि वह अधिक पैसे के लिए भारत आए हैं. उन्हें पाकिस्तान की स्थापना के साथ समस्या है क्योंकि उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया गया. जो लोग उन्हें सही मायने में जानते हैं वह जानते हैं कि उन संस्थाओं ने कई सालों तक मेरे साथ क्या किया जो आखिरकार मेरे पाकिस्तान छोड़ने का एक बड़ा कारण बन गया. अदनान सामी पहली बार 1999 में भारत आए थे पर उन्हें उसे वक्त यह अहसास नहीं था कि यहां पर उन्हें इतना प्यार मिलेगा. यहां पर आने के बाद उनका म्यूजिक हिट हो गया, इसलिए उन्हें भारत पसंद आने लगा. इसके बाद अब वह दिल से भी भारतीय बन चुके हैं.