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INDI एलायंस में अभी से ही दिख रहे दरार, ममता बनर्जी पर अधीर रंजन ने बोला तीखा हमला
लोकसभा चुनाव आने में बस कुछ ही महीने बाकी रह गए हैं. इससे पहले ही राजनीतिक पार्टियों में इसका असर दिखना शुरू हो चुका है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी भले ही INDI गठबंधन में शामिल हो लेकिन लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी पर हमला करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते हैं. इस वक्त बंगाल में जो मौजूदा स्थिति है इसे लेकर एक बार फिर से उन्होंने ममता बनर्जी को घेरा है. आज हम आपको बताएंगे कि लोकसभा चुनाव से पहले आखिर INDI गठबंधन में इस तरह दरार क्यों आ रही है और नेताओं के बीच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला किस वजह से जारी हो चुका है.
INDI एलायंस का छोटा परिचय
साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस समेत 26 विपक्षी पार्टियों ने बेंगलुरु में विचार मंथन किया. बेंगलुरु में विपक्षी पार्टियों ने दो दिन तक मंथन करने के बाद एक नया गठबंधन बनाया जिसका नाम इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव एलाइंस रखा गया जिसकी टैगलाइन जीतेगा भारत रखी गई है. स्पष्ट है कि साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव एनडीए वर्सेस INDI होगा. यह पहली बार है जब भारतीय राजनीति में इतनी सारी पर्टियों से मिलकर बने दो गठबंधन आपस में भिड़ेंगे.
ममता बनर्जी और अधीर रंजन चौधरी का छोटा परिचय : ममता बनर्जी का जन्म 5 जनवरी 1955 को कोलकाता में हुआ था. वह अपनी स्कूली दिनों से ही राजनीति में जुड़ गई थी. 70 के दशक में उन्हें राज्य महिला कांग्रेस का महासचिव बनाया गया जिस समय वह कॉलेज में पढ़ रही थी. ममता का सक्रिय राजनीति सफर 1970 में शुरू हुआ जब वह कांग्रेस पार्टी की कार्यकर्ता बनी और लंबे राजनीतिक सफर के बाद आज वो बंगाल की मुख्यमंत्री हैं.अधीर रंजन चौधरी का जन्म 2 अप्रैल 1956 को एक बंगाली परिवार में हुआ. उन्होंने 1996 में अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की जिस वक्त वह विधायक बने. 1999 में वह सांसद बने. 1999 से लगातार बेरहमपुर लोकसभा सीट वह जीतते आ रहे हैं, फिर 2004 में मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुर संसदीय क्षेत्र से प्रणब मुखर्जी के चुनाव अभियान में भाग लिया और फिर 2012 में मनमोहन सिंह के कैबिनेट में उन्हें रेलवे राज्य मंत्री के रूप में चुना गया.
Indi एलायंस में कैसे दिख रही है अभी से ही दरार : यह बात तो आपने सुनी होगी कि राजनीति में कोई किसी का सगा नहीं है. पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और टीएमसी के बीच जिस तरह राजनीतिक माहौल नजर आ रहा है, वह इस बात को स्पष्ट रूप से साबित कर रहा है कि जब बात कुर्सी की आती है तो अपने भी सीना तानकर आपके सामने खड़े हो जाते हैं. अधीर रंजन चौधरी ने जिस तरह ममता बनर्जी के लिए शब्दों का इस्तेमाल किया है उससे यह साफ समझा जा रहा है कि उनके मन में टीएमसी के लिए कितनी नफरत भर चुकी है. अब मात्र INDI एलाइंस कहने भर रह गया है और 2024 के लोकसभा चुनाव तक यह टिकेगा या नहीं यह कह पाना भी काफी मुश्किल है.
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने लगातार पश्चिम बंगाल में बढ़ते डेंगू के मामले को देखते हुए ममता सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि यह गवर्नमेंट स्पॉन्सर डेंगू है. बंगाल के लोग भगवान के भरोसे जी रहे हैं. हम कुछ नहीं कर सकते हैं. बंगाल में डेंगू ने महामारी का रूप ले लिया है. इसकी जिम्मेदारी ममता बनर्जी को लेनी होगी. अधीर रंजन में ममता बनर्जी के स्पेन सफर को भी लेकर निशाना साधा है और आरोप लगाया है कि वह ₹300000 की होटल में अपने खानदान के साथ स्पेन मस्ती करके आई है. बंगाल में भले ही काम धंधा नहीं हो लेकिन ममता बनर्जी की सुविधा का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. पश्चिम बंगाल की पूरी सत्ताधारी पार्टी आज गुटीय संघर्ष में है.