दुनिया में कई ऐसे देश हैं जिनकी अपनी अलग-अलग खासियत है. भले ही उस देश के लिए यह बात साधारण होती है लेकिन जब दुनिया के अन्य हिस्से में रहने वाले लोगों को इस बारे में पता चलता है, तो वह काफी अचंभित हो जाते हैं. न्यूजीलैंड के बारे में भी कुछ ऐसी ही कहानी है, जब बात न्यूजीलैंड की आती है तो यहां पर एंटी स्नेक पॉलिसी जो लोगों द्वारा फॉलो किया जाता है उसकी चर्चा जरूर होती है. आज हम आपको बताएंगे कि किस तरह न्यूजीलैंड देश से सांप पूरी तरह से गायब हो चुके हैं और आखिर इसके पीछे इस देश ने किस तरह की नीतियों को अपनाया है.
टापू देश न्यूजीलैंड का परिचय न्यूजीलैंड दक्षिण प्रशांत महासागर में ऑस्ट्रेलिया के 2000 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में स्थित है, जिसका कुल क्षेत्रफल 269000 वर्ग किलोमीटर है. यह क्षेत्रफल व आकार की दृष्टि से जापान से कुछ छोटा और ब्रिटेन से थोड़ा सा बड़ा कहा जा सकता है. न्यूजीलैंड जनसंख्या लगभग 45 लाख है जिसमें 80% यूरोपियन समुदाय के लोग रहते हैं. न्यूजीलैंड की मुद्रा डॉलर है. यहां के लोगों को कीवि कहा जाता है. कहा जाता है कि न्यूजीलैंड में आने वाले पहले लोग माओरी के पूर्वज थे. पहले निवासी संभवत 1200 से 1300 ईस्वी के बीच पोलिनेशिया से आए थे. उन्होंने न्यूजीलैंड की खोज तब की जब उन्होंने समुद्री धाराओं, हवाओं और तारों के माध्यम से प्रशांत महासागर की खोज की थी. वहीं कुछ जनजातीय संप्रदाय का कहना है कि न्यूजीलैंड की खोज करने वाला पहला पोलिनेशियन नाविक कूप था.
कैसे सांपों से विहीन हो गया न्यूजीलैंड का जमीन यह सुनकर आपको बड़ा अजीब लग सकता है कि न्यूजीलैंड में आपको एक भी सांप देखने को नहीं मिलेगा. द्वीपों से बने इस देश में वैसे कई जंगली जानवर पाए जाते हैं लेकिन हैरानी की बात यह है कि यहां आज तक एक भी सांप नहीं मिला. यहां रेप्टाइल्स के नाम पर छिपकली ही पाई जाती है. न्यूजीलैंड के आसपास समुद्र में कई तरह के सांप होते हैं. जैसे पीले रंग के सांप, समुद्री करैत लेकिन यह भी पानी को छोड़कर कभी जमीन पर नहीं आते है. इसके पीछे कोई कारण नहीं पता लेकिन वहां की सरकार और लोग मानते हैं कि अब सांपों का आना उनके देश के लिए खतरा हो सकता है. यही वजह है कि अगर कभी व्यापारी के जहाज से होते हुए सांप आ भी जाए तो उन्हें तुरंत वहां से हटा दिया जाता है, ताकि वे द्वीप पर न रह सके. न्यूजीलैंड की एंटी स्नेक पॉलिसी भले ही जानने वालों को अजीब लगे लेकिन उनके पास उसकी वजह है. इस द्वीप पर लगभग 1000 साल पहले इंसानों की आवा- जाही शुरू हुई थी. उसके बाद से ही यहां पर काफी सारे जीव जंतु कम हुए. लगभग एक तिहाई पक्षी और एक दर्जन वनस्पतियां खत्म हो गई. यही वजह है कि अब अगर सांप आए तो कई दूसरी स्पीशीज को खतरा हो सकता है. यही वजह है कि न्यूजीलैंड सरकार इस बात को लेकर सख्त नियम जारी कर चुकी है.