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दुनिया के सबसे लंबे बिल्डिंग को बनाने में हुई बड़ी चूक, यहां ट्रको में भरकर के हटाया जाता है मल

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जब भी विश्व की सबसे धनी शहरों की बात होती है तो दुबई का नाम जरूर आता है, जहां दुनिया के सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा देखने के लिए खासकर लोग दुबई पहुंचते हैं. दुनिया की सबसे ऊंची गगन चुंबी इमारत में कई ऐसी खास चीजे हैं जो इसे पूरी दुनिया में सबसे अद्भुत और आकर्षक बनाती है. जिस वजह से हर कोई इसे देखना चाहता है, पर कहा जाता है कि इस इमारत को बनाने में एक ऐसी गलती हो गई है जिस वजह से आज भी ट्रकों से भरकर इसके मल को हटाया जा रहा है. आज हम आपको बताएंगे पूरी दुनिया में मशहूर इस बिल्डिंग की खासियत क्या है और उसके अंदर कौन सी ऐसी खूबी है, जिस वजह से पूरी दुनिया के लोग आकर्षित होते हैं.

दुनिया की सबसे बड़ी बिल्डिंग बुर्ज खलीफा का परिचय
दुनिया का सबसे चर्चित शहर और धनी शहरों में से एक माने जाने वाला दुबई में बुर्ज खलीफा इमारत स्थित है. यह दुनिया की सबसे ऊंची इमारत मानी जाती है, जो 829.8 मीटर की ऊंचाई के साथ बनी हुई है. इसका निर्माण 2004 में शुरू हुआ और उद्घाटन 2010 को हुआ. इमारत में सबसे तेज और लंबी लिफ्ट, सबसे बड़ा रेस्टोरेंट, सबसे ऊंचा स्विमिंग पूल, सिनेमाघर और कई तरह की सुख सुविधाएं ऐसी मौजूद है जिसका खिताब सिर्फ बुर्ज खलीफा के नाम पर है. दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा में कुल 163 तल्ले हैं, जिसे बनाने में लगभग $8 की राशि खर्च की गई है और 6 साल का समय इसे बनाने में लगा है. दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा सिर्फ शीशे और स्टील से बनी हुई है, जिसके तापमान को स्थिर और ठंडा रखने के लिए हर तरह से यहां एसी और उचित साधन का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे यह बिल्डिंग पूरी तरह ठंड रहती है. बुर्ज खलीफा के मालिक जॉर्ज वी पैरामबली का नाम शायद ही किसी ने सुना होगा, जो भारतीय मूल के हैं और आज के समय में वह बुर्ज खलीफा में 22 अपार्टमेंट के मालिक है. इस बिल्डिंग को देखकर आप इसके बेहतर आर्किटेक्चर का अंदाजा लगा सकते हैं.

बुर्ज खलीफा में क्यों नहीं बनाया गया सीवेज सिस्टम
प्रोजेक्ट का खर्चा बढ़ जाता बस यही सोच कर बुर्ज खलीफा में सीवेज सिस्टम नहीं बनाया गया. बुर्ज खलीफा की शान शौकत पर जब अरबो रुपए पानी की तरह बहाए जा रहे थे तब सीवेज सिस्टम के बारे में नहीं सोचा गया. यह सुनकर आपको भी थोड़ी हैरानी जरूर हो सकती है कि इस तरह एडवांस आर्किटेक्चर की नमूने के तौर पर दिखने वाला बुर्ज खलीफा में सीवेज सिस्टम मौजूद नहीं है. अब आप सोच रहे होंगे कि इसके गंदे पानी का क्या किया जाता होगा. दरअसल बिल्डिंग के सीवेज को रोजाना ट्रकों में भरकर ले जाया जाता है और डिस्पोज किया जाता है. इसके लिए ट्रकों की लाइन लगा दी जाती है, जिसमें बुर्ज खलीफा का गंदा पानी और टॉयलेट वेस्ट रोजाना भरकर ले जाया जाता है.

ट्रकों में लोड होता बुर्ज खलीफा मल

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