ओ तेरी..
एक ऐसी बीमारी जिसमें सोया हुआ इंसान खुद को होश में महसूस करता है, लक्षण सुन चौंक जाएंगे आप
आपको भी कभी ऐसा अनुभव हुआ है कि आप नींद में हैं लेकिन आप अपने शरीर को हवा में अनुभव कर रहे हैं, आपको घुटन हो रही है आप बहुत चिल्लाना चाह रहे हैं लेकिन आपके मुंह से आवाज भी नहीं निकल रही. कई मामले में तो यह इतना गंभीर हो जाता है कि व्यक्ति कई बुरे सायों को भी देख लेता है पर आपको बता दे कि यह एक तरह की बीमारी है जिसे यदि समय रहते नहीं ठीक किया जाए तो आने वाले समय में ये गंभीर हो जाती .है आज हम आपको इसी बीमारी के बारे में संक्षेप रूप से बताएंगे कि किस तरह इस बीमारी के संकेत को गंभीरता से लिया जा सकता है और किस तरह हम धीरे-धीरे इससे हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं.
दुर्लभ बीमारी स्लीप पैरालिसिस का परिचय
यह एक तरह की ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति को नींद में उठने और बोलने में परेशानी हो जाती है. वह इस स्थिति में काल्पनिक वस्तु को महसूस कर सकता है. किसी रूप को देख सकता है या उसे सुन सकता है लेकिन जग नहीं पता है. स्लीप पैरालिसिस में कभी-कभी व्यक्ति का दम भी घुटने लगता है. वैसे तो स्लीप पैरालिसिस कुछ मिनट तक रहता है लेकिन इलाज न कराया जाए तो यह व्यक्ति को धीरे-धीरे बीमार बना देता है. मुख्य तौर पर इसके होने की वजह नकारात्मक रहना है. ऐसी स्थिति में लोग डर और भय के माहौल में जीने लगते हैं जिस वजह से स्लीप पैरालिसिस का दौरा पड़ता है. 25 से 44 साल के बीच के लोगों में स्लीप पैरालिसिस की समस्या देखने को मिलती है, जिसमें आपको किसी अनजान व्यक्ति के कमरे में होने का एहसास होता है. छाती और गले में दबाव और घुटन महसूस होती है, अपने मस्तिष्क में किसी काले साया का आप अनुभव करते हैं. अगर डॉक्टर को लगेगा की स्थिति गंभीर है तो वह आपको स्लीप लैब भेज सकते हैं, जहां एक्सपर्ट नींद के दौरान आपके हृदय मस्तिष्क के कार्य और सांस का निरीक्षण करते हैं, जिसके आधार पर आपके स्लीप डिसऑर्डर का सही कारण और उसे सुधारने का उपाय बताया जाता है.
पांच ऐसे टिप्स जिन से स्लीप पैरालिसिस से बचा जा सकता है
1. स्लीप पैरालिसिस सोने की कमी के कारण भी होता है, इसलिए पर्याप्त मात्रा में नींद लेना जरूरी है.
2. भाग दौड़ भरी जिंदगी में शरीर के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना होगा जिसके लिए आप योग प्राणायाम कर सकते हैं.
3. अगर आप कोई ऐसी दवा ले रहे हैं जिससे आपकी नींद उड़ जाती है तो उन दवा का सेवन सोने के 3 घंटे पहले ले.
4. सोने के कमरे में आप ओम लिखा हुआ पोस्टर लगा सकते हैं. इससे मन शांत होगा और नींद भी अच्छी आएगी.
5. सोने से पहले किसी बात का स्ट्रेस ना रखें. इससे आपकी नींद पर असर पड़ सकता है.