सिनेमाबाजी
शादीशुदा होते हुए भी लिव इन रिलेशनशिप में आ गए राज बब्बर, राजनीति में भी आजमाया हाथ
बॉलीवुड में आए दिन रिश्तो के बनने और बिखरने की कहानी सुनने को मिलती है, जो बी टाउन के लिए एक आम बात है पर आम जिंदगी में शादी का मतलब बहुत गहरा रिश्ता होता है, जिसमें यदि आप एक बार बंध जाते हैं तो आपको इसकी पूरी रस्में और कस्मो को निभाना पड़ता है पर राज बब्बर शायद यह बात भूल गए थी तभी तो अपनी पत्नी के रहते न केवल वह किसी और स्त्री पर अपना दिल हार बैठे बल्कि उनके साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे पर इस प्रेम कहानी का अंत बेहद ही दुखद रहा. अपने 38 साल के करियर में राज बब्बर ने अपनी फिल्मों के लोगों का खूब मनोरंजन किया. फिल्म के अलावा उनकी पर्सनल लाइफ भी हमेशा सुर्खियों में रही. आज हम आपको बताएंगे कि राज बब्बर ने फिल्मों के अलावा किस तरह राजनीति में अपनी किस्मत आजमाई और अपनी दोनों शादियों की वजह से खुब चर्चा में रहे.
राज बब्बर का परिचय
राज बब्बर का जन्म 23 जून 1952 को उत्तर प्रदेश के टूंडला में हुआ था. उन्हें बचपन से ही एक्टिंग का काफी ज्यादा शौक था और उन्होंने बचपन से ही स्टेज शो करना शुरू कर दिया था. 1972 में उन्होंने नेशनल स्कूल आफ ड्रामा में एक्टिंग का कोर्स किया और इस दौरान उन्होंने अभिनय के गुण सीखे थे.
राज बब्बर को बॉलीवुड में पहला ब्रेक एनएसडी से ग्रेजुएट होने पर ही मिल गया था. 1980 में आई फिल्म ‘100 दिन सास के’ रिलीज हुई थी जिसमें राज बब्बर के अपोजिट रीना रॉय नजर आई थी, पर उन्हे फिल्मों में असली सफलता 1980 में मिली. जब उन्होंने ‘इंसाफ का तराजू’ में काम किया.
फिल्मों के साथ राज बब्बर राजनीति में भी सक्रियता दिखाने लगे. 2004 में 14वें लोकसभा चुनाव में भी फिरोजाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद चुने गए. 2006 में समाजवादी पार्टी से निलंबित होने के बाद उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ले ली. वह कांग्रेस के प्रवक्ता भी रह चुके हैं, जिन्होंने 2014 लोकसभा चुनाव में गाजियाबाद से चुनाव लड़ा था लेकिन उसमें उन्हें हार मिली थी.
राज बब्बर की शादी और उसके बावजूद स्मिता पाटिल संग लिव इन रिलेशनशिप की कहानी
जब राज बब्बर बॉलीवुड में अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे. इस दौरान नादिरा बब्बर से प्यार हो गया और दोनों ने 1975 में शादी कर ली. इसके बाद दोनों ने अपनी बेटी जूही बब्बर और बेटे आर्य बब्बर का स्वागत किया. फिर राज बब्बर की 1982 तक आते-आते स्मिता पाटिल से नजदीकियां बढ़ती गई. दोनों की मुलाकात भीगी पलके के सेट पर हुई थी और दोनों धीरे-धीरे एक दूसरे के करीब आ चुके थे. यह तो बात सच है कि इंसान प्यार में सारी हदें पार करने को तैयार हो जाता है, लेकिन राज बब्बर ने तो सारी मर्यादाएं लांघ दी. बॉलीवुड में लिव इन रिलेशनशिप में रहना आम बात है लेकिन 90 के दशक में यह एक बहुत बड़ी घटना थी. राज बब्बर भी उन्हीं में से आते हैं जो स्मिता पाटिल के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहे थे. खासकर जब उनकी एक पत्नी थी. जब यह बात नादिरा को पता चली तो वह पूरी तरह से टूट गई. उन्हें यकीन नहीं हुआ कि उनके पति ने ऐसा काम किया पर राज बब्बर ने फिर अपने मुंह से दूसरी प्रेम कहानी को कबूल लिया, इसके बाद अपने दोनों बच्चों के साथ नादिरा ने अपनी दूसरी जिंदगी शुरू की. हालांकि इस बीच उन्होंने बच्चों को राज बब्बर से कभी अलग नहीं किया. हिंदू धर्म में पहली पत्नी के होते हुए दूसरी शादी नहीं की जा सकती है, लेकिन राज बब्बर ने पहली पत्नी नादिरा बब्बर को तलाक दिए बगैर ही स्मिता पाटिल से शादी की थी. यह शादी तो हो गई शादी के बाद स्मिता गर्भवती हुई और 13 दिसंबर 1986 को उन्होंने एक बेटे को जन्म दिया. हालांकि जन्म के वक्त कई जटिलताओं की वजह से वह काफी बीमार रहने लगी और 31 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. इसके बाद उनकी पहली पत्नी नादिरा ने उन्हें सहारा दिया.