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जादूगरी आवाज वाले इस गायक को नहीं भूलेगी दुनिया, उनका पोता भी बॉलीवुड में दिखा रहा है हुनर

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जादूगरी आवाज वाले इस गायक को नहीं भूलेगी दुनिया, उनका पोता भी बॉलीवुड में दिखा रहा है हुनर

बॉलीवुड में कई सिंगर आए और गए, पर इसमे कुछ ऐसे भी रहे जिनमें लोगों को कुछ गायको का तो नाम भी याद नहीं होता, पर इसमें एक ऐसा नाम है जो आज दुनिया में नहीं रहने के बावजूद भी अपनी गायकी से अमर है और आज कई दशको बाद भी उनकी चर्चा होते रहती है. अपनी जादुई आवाज से बड़े-बड़े कलाकारों को भी अपना मुरीद बनाने वाले मुकेश आज भले ही हमारे बीच नहीं है, लेकिन उन्होंने अपनी गायकी से जो कुछ हासिल किया है वह हमेशा के लिए अमर हो चुका है. सबसे खास बात तो यह है कि उनके जाने के बाद उनके बेटे और अब उनके पोते ने बॉलीवुड में अपने कदम जमा लिए हैं. आज हम आपको बताएंगे कि एक दौर था जब मुकेश राज कपूर और दिलीप कुमार जैसे दिग्गज हस्तियों की आवाज बन चुके थे, पर उन्हें यह मुकाम बहुत मुश्किल से हासिल हुआ.

बॉलीवुड के मशहूर गायक मुकेश का परिचय और बैकग्राउंड
मुकेश का जन्म 22 जुलाई 1930 को दिल्ली में हुआ था. उनके पिता का नाम जोरावर चंद्र माथुर और मां का नाम चांद रानी माथुर था. उन्हें बचपन से ही गाने का शौक था. उन्होंने दिल्ली के डीबी स्कूल से मैट्रिक की पढ़ाई की. स्कूल के समय से ही वह सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लिया करते थे. कहा जाता है कि मशहूर संगीतकार रोशन मुकेश के सहपाठी थे. मुकेश पर गायक कुंदन लाल सहगल और पंकज मलिक का बहुत बड़ा प्रभाव था. जब मुकेश की बहन की शादी थी उस वक्त बारातियों के मनोरंजन के लिए उन्हें गाना सुनने के लिए कहा गया. उस वक्त उन्होंने जो गीत सुनाया उसे सुनकर वहां मौजूद मोतीलाल काफी प्रभावित हुए और मुकेश को यहीं से मुंबई आने का मौका मिला.  1941 में उन्होंने फिल्म निर्दोष से अभिनय सफर की शुरुआत की, जिसमें उनकी हीरोइन नलिनी जयवंत थी. कुछ और फिल्में करने के बाद उन्होंने देखा कि उन्हें कुछ खास सफलता नहीं मिल रही है, जिसके बाद उन्होंने गायन का काम शुरू कर दिया और पहली नजर में गाए गीत से उन्हें पहचान मिलनी शुरू हो गई. अपने समय में मुकेश ने राज कपूर और दिलीप कुमार के लिए कई यादगार गाने दिए. 70 का दशक एक ऐसा वक्त था जब मुकेश के गायकी का हर कोई कायल बन गया और उन्हें संगीत का जादूगर कहा जाने लगा. मुकेश के गुजर जाने के बाद उनके बेटे नितिन मुकेश 80 के दशक में एक शानदार गायक बनकर उभरे, जिन्हें संगीत के गुण अपने पिता से सीखने को मिले. वही मुकेश के पोते और नितिन मुकेश के बेटे नील नितिन मुकेश इस वक्त बॉलीवुड में अपनी फिल्मों से लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं. अभी तक वह बॉलीवुड में आ देखे जरा, लफंगे परिंदे, तेरा क्या होगा जॉनी, प्रेम रतन धन पायो जैसी फ़िल्मों में नजर आ चुके हैं.


उनके जीवन से जुड़ी कुछ प्रमुख बातें
1. मुकेश एक अच्छे गायक तो थे ही, एक बहुत अच्छे इंसान और बेहद नरम दिल और इंडस्ट्री की खींचातानी से बहुत अलग सोच रखने वाले व्यक्ति थे.

2. मुकेश के निधन से सबसे ज्यादा सदमा राज कपूर को पहुंचा था. इसके बाद राज कपूर ने यह कहा था कि मेरी आवाज और आत्मा दोनों चली गई.

3. फिल्म रजनीगंधा का गाना ‘कई बार यूं ही देखा है’ के लिए उन्हें बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर का नेशनल अवार्ड भी मिल चुका है.

4. मुकेश ने अपने 35 साल के फिल्मी सफर में 525 फिल्मों में करीब 900 गीत गाए हैं और सभी गीत यादगार है.

5. पांचवी बार दिल का दौरा पड़ने के कारण जब मुकेश की मृत्यु हो गई थी तो लता मंगेशकर उनके शव को लेकर भारत आई थी.

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