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ऑफिस के प्रेशर से हैं परेशान तो दूध में अश्वगंधा का पाउडर शहद के साथ मिलाकर करें सेवन

फोकट का ज्ञान

ऑफिस के प्रेशर से हैं परेशान तो दूध में अश्वगंधा का पाउडर शहद के साथ मिलाकर करें सेवन

आज के भाग दौड़ भरी इस जिंदगी में लोगों का आधा से ज्यादा समय तनाव में गुजरता है. किसी को ऑफिस के काम का प्रेशर होता है तो कोई घर के कामों से परेशान रहता है, पर यह हर कोई जानता है कि हमारे शरीर के लिए तनाव बिल्कुल भी अच्छा नहीं है. आप भले ही कितना स्वस्थ आहार क्यों न ले, यदि आप तनाव से भरा जीवन जी रहे हैं तो इससे कोई फायदा नहीं है. ऐसे में आप अश्वगंधा के पाउडर का अगर नियमित रूप से सेवन करते हैं तो आपको इससे काफी लाभ मिलता है. दूध में शहद के साथ अश्वगंधा का पाउडर सेवन करने से तनाव में कमी आती है और आप पूरी तरह से स्ट्रेस फ्री महसूस करते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि किस तरह अश्वगंधा हमारे शरीर में पोषक तत्वों की पूर्ति करता है और कई गंभीर से गंभीर बीमारियों में यह फायदेमंद माना जाता है. साथ ही साथ खास तौर पर स्ट्रेस जैसी समस्या में इसका किस प्रकार सेवन करने से फायदा मिलता है.

अश्वगंधा का परिचय
अश्वगंधा आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली में उपयोग की जाने वाली एक लोकप्रिय जड़ी बूटी है जो एक तरह की छोटी सी झाड़ी होती है. यह अलग-अलग रोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है. अलग-अलग देश में अश्वगंधा कई प्रकार के होते हैं, लेकिन असली अश्वगंधा की पहचान करने के लिए इसके पौधे को मसलने पर घोड़े के पेशाब जैसी गंध आती है. वन में पाए जाने वाले पौधे की तुलना में खेती के माध्यम से उपाय जाने वाले अश्वगंधा की गुणवत्ता अच्छी होती है. इसकी जड़ी छोटी और पतली होती है. यह बाग, बगीचों, खेतों और पहाड़ी स्थान में सामान्य रूप से पाया जाता है. आयुर्वेद में अश्वगंधा से कई औषधी बनाई जाती है. अश्वगंधा में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इन्फ्लेमेटरी के साथ एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जिसके पाउडर का इस्तेमाल कैंसर, तनाव, चिंता, पुरुषों में प्रजनन क्षमता बढ़ाने से लेकर गठिया, अस्थमा, ब्लड प्रेशर से राहत पाने के लिए किया जाता है. आप शहर या घी में मिलाकर अश्वगंधा चूर्ण का सेवन कर सकते हैं. अश्वगंधा की खेती के लिए बलुई दोमट और लाल मिट्टी काफी उपयुक्त होती है, जिसके लिए मिट्टी का पीएच मान 7 से 8 के बीच रहना चाहिए. गर्म प्रदेशों में अश्वगंधा की खेती ज्यादा होती है, जिसके लिए 25 से 30 डिग्री तापमान और 500 से 750 मिली मीटर वर्षा की जरूरत है.

दूध में शहद और अश्वगंधा पाउडर मिलाकर पीने के फायदे – अगर आप भी तनाव से परेशान है और रात को अच्छी नींद नहीं आती है तो ऐसे में रात में सोने से पहले दूध में अश्वगंधा और शहद डालकर पीने से आपकी तनाव और चिंता दूर होगी और साथ ही साथ अनिंद्रा जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा. इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है और आप बिना किसी चिंता के अच्छी और पर्याप्त निंद ले पाते हैं.

अस्वगंधा का पौधा आप घर में भी आसानी से लगा सकते हैं.

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