पहले खेल और फिर राजनीति के चलते पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाने वाले पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान एक राजनेता और एक खिलाड़ी होने के साथ-साथ एक लेखक भी है. राजनीति में आने से पहले उन्होंने कई सामाजिक कार्य किया था. पाकिस्तान के 29वें प्रधानमंत्री इमरान खान हमेशा से ही विवादों में रहे. साल 1992 में पाकिस्तान को वर्ल्ड कप जिताने से लेकर कई दिग्गजों के चहेते बनने तक इमरान खान के जीवन में कई दौर आए, जिसमें उनकी पूरी जिंदगी बदल दी और किसी ने नहीं सोचा था कि मैदान पर चौके- छक्के लगाने वाला एक दिन देश की बागडोर भी संभाल लेगा.
इमरान खान का परिचय:5 अक्टूबर 1952 को लाहौर में जन्म लेने वाले इमरान खान का पूरा नाम इमरान अहमद खान नियाजी है. इनका जन्म पश्तून परिवार में हुआ था. 13 साल की उम्र से ही उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था और 18 साल तक आते-आते पाकिस्तान की नेशनल टीम में अपनी जगह बना ली थी. एक बल्लेबाज के तौर पर उन्होंने आठ मैच में 3807 रन और गेंदबाजी करते हुए 362 विकेट अपने नाम किए हैं. क्रिकेट से संन्यास के बाद उन्हें ब्रैडफोर्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर के रूप में नियुक्त किया गया, जिसके बाद उन्होंने राजनीति का रुख किया और 17 अगस्त 2018 को वह प्रधानमंत्री बने.
इमरान खान पर लगे आरोप:हमेशा से ही सत्ता और सेना के खिलाफ बयानबाजी सहित कई मामलों का उनपर आरोप है जिनके खिलाफ गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही थी और अंत में सफल हुई. उनके खिलाफ 140 से भी ज्यादा मामले दर्ज है. दरअसल पाकिस्तान के कानून के मुताबिक किसी विदेशी राज्य के गणमान्य व्यक्ति को कोई भी उपहार स्टेट डिपॉजिटरी यानी कि तोशाखाना में रखना होता है. जब साल 2018 में इमरान खान सत्ता में आए थे तो उन्हें 14 करोड़ के 58 उपहार मिले थे. इन महंगे उपहारों को तोशाखाना में जमा तो किया गया पर बाद में सस्ते दाम पर खरीद कर फिर महंगे दाम पर बेच दिया गया. इस तोहफे में एक ग्राफ घरी, कफलिंक का जोड़ा, महंगी पेन, अंगूठी और चार रोलेक्स की घड़ी शामिल थी. दरअसल उन पर यह आरोप था कि उन्होंने कई सामानों को सस्ते में खरीदकर कई गुना महंगे दामों में बेचा था.
इमरान खान की बीवियां:इमरान खान की बीवियों की सूची में कोई डॉक्टर तो कोई बड़ी मॉडल शामिल है, तो वहीं कुछ ऐसी हसीनाएं भी है जो अपनी खूबसूरती को लेकर चर्चा में रही है. क्रिकेट से तुरंत संन्यास लेने के बाद इमरान खान ने पहली शादी ब्रिटिश सामाजिक कार्यकर्ता जमीमा गोल्डस्मिथ से की थी. साल 2004 में उनसे तलाक लेने के बाद उन्होंने पत्रकार रेहम खान से दूसरी शादी की. 47 साल की उम्र में इमरान खान ने अपने आध्यात्मिक गुरु बुशरा खान के साथ शादी रचाई.
इमरान खान की राजनीति:साल 1992 में वह राजनीति में आए थे और साल 1996 में इमरान खान ने तहरीक ए इंसाफ नाम की अपनी पार्टी बनाई. साल 1999 में उन्होंने परवेज मुशर्रफ के सैन्य तख्तापलट का समर्थन किया पर इसका कोई फायदा नहीं हुआ. लगभग 22 साल तक राजनीति सफर में अच्छे और बुरे दिन देखने के बाद उन्हें जेल भी जाना पड़ा. साल 2018 के आम चुनाव में उनकी पार्टी ने सबसे ज्यादा सीटें जीती. इसके बाद वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने. 18 अगस्त 2018 से 10 अप्रैल 2022 तक वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे. बतौर प्रधानमंत्री उन्होंने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और सामाजिक कार्य में सुधार लाने के उद्देश्य से कई सुधार किए.
इमरान खान की चुनौतियां : मौजूदा समय में देखा जाए तो इमरान खान के लिए एक सबसे बड़ी चुनौती यह है कि वह अपने पद को बरकरार रखें. इमरान खान की लोकप्रियता की सबसे बड़ी वजह यह है कि जनता उन्हें पारंपरिक राजनेता नहीं समझती, बल्कि एक ऐसे व्यक्ति के तौर पर समझती है जो किसी बात को ठान ले तो पूरी दुनिया इधर की उधर हो जाए वह करके दिखाते हैं. इस बात को उन्हें पूरी तरह साबित करना होगा.पाकिस्तान क्रिकेट के मशहूर खिलाड़ी इमरान खान आज 3 मोर्चों पर विरोध का सामना कर रहे हैं। सबसे कठिन चुनौती उन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआईएस से मिल रही है। इमरान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आईएसआईएस उनके पार्टी को तोड़ने का प्रयास कर रही है, उनके पार्टी के नेताओं को धमकियां दी जा रही हैं। दूसरे मोर्चे पर इमरान खान का सामना पाकिस्तानी सेना से है। इमरान खान और पाकिस्तानी सेना का संबंध शुरू से अच्छा नहीं रहा है। इमरान खान को अपने राजनीतिक करियर को बचाने के लिए सेना से खुद को बचाना होगा। तीसरे मोर्चे पर इमरान खान का सामना पाकिस्तानी मौजूदा सरकार से है। उनका कहना है कि मौजूदा सरकार उन्हें आजीवन जेल में रखने का षड्यंत्र रच रही है। पाकिस्तान में यह तीनों सबसे ताकतवर शक्तियां हैं जिनका सामना इमरान को करना है।