Connect with us

नदी यातायात के इतिहास में एक नई गाथा लिख रहा है गंगा विलास क्रूज, 3200 किलोमीटर की तय करेगा दूरी

ओ तेरी..

नदी यातायात के इतिहास में एक नई गाथा लिख रहा है गंगा विलास क्रूज, 3200 किलोमीटर की तय करेगा दूरी

आज के समय में यातायात के कई साधन बन चुके हैं, पर नदी यातायात की बात ही कुछ और है और इसी का गवाह बन गया है गंगा विलास रिवर क्रूज, जो 27 नदियों की लहरों को पार करते हुए 3200 किलोमीटर तक की सफर तय करेगा. बताया जा रहा है कि यह क्रूज़ अपनी पूरी यात्रा 52 दिन में पूरी करता है, जिसे दुनिया की सबसे लंबी नदी यात्रा भी बताया जा रहा है. सबसे खास बात यह है कि यह हाईटेक और आधुनिक सुविधाओं से पूरी तरह लैस है,जिसका अनुभव बेहद ही शानदार है. आज हम आपको बताएंगे कि किस तरह की सुविधाएं इसमें दी जा रही है और आप इसका टिकट किस तरह प्राप्त करके किस तरह से ले सकते हैं.

गंगा विलास क्रूज का परिचय
यह एक अद्भुत डिजाइन के साथ बनाया गया है,जिसकी लंबाई 62 मीटर है. गंगा विलास को अंतरा लग्जरी रिवर क्रूज कंपनी ने बनाया है जिसके सीईओ और फाउंडर राज सिंह है. इसे बनाने में 68 करोड़ रुपए की लागत आई है. गंगा विलास क्रूज में जिम, स्पा सेंटर, लाइब्रेरी है. 40 क्रू मेंबर भी क्रूज़ में सवार लोगों को सभी सुविधाएं मुहैया कराने की कोशिश करेंगे. इस जहाज को विशेष रूप से वाराणसी और गंगा बेल्ट के धार्मिक पर्यटन पर ध्यान केंद्रित करने के साथ डिजाइन किया गया है. यह सुंदरबन डेल्टा और काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान सहित जलयान राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य से भी गुजरेगा. कुल मिला कर दो देश, 5 राज्य, और 27 नदी प्रणालियों में यह 51 दिन की यात्रा पूरी करेगा. लोगों को बोरियत ना हो इसलिए यहां पर संगीत, सांस्कृतिक कार्यक्रम की सुविधाएं भी उपलब्ध है. इसके लिए आपको हर दिन का किराया ₹50000 देना होगा, यानी एक आदमी अगर 51 दिन का सफर करता है तो उसे 2500000 रुपए देने होंगे. पर्यटक इस स्क्रूज के टिकट को वेबसाइट के माध्यम से बुक कर सकते हैं लेकिन शुरुआत में मांग बहुत अधिक है और जहाज 1 वर्ष में 5 बार की यात्रा कराएगा. यह स्क्रूज वाराणसी, गाजीपुर, बक्सर, पटना, सिमरिया, मुंगेर, साहिबगंज, फरक्का, कोलकाता, ढाका, गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ से होकर गुजरेगा.

गंगा बिलास क्रूज की 6 खास बातें जो इसे भारत में यूनिक बनाती है
1. यह प्रदूषण फ्री है जिससे गंगा नदी और पर्यावरण को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है.

2. 35 से 40 दिनों तक बिना फ्यूल रिफिलिंग के यह आसानी से चल सकता है.

3. क्रूज में 60000 लीटर का फ्रेश वाटर स्टोरेज है. साथ ही स्पा, सैलून और जिम जैसी सुविधाएं भी मौजूद है.

4. भारत में बना यह क्रूज़ पूरी तरह से आत्मनिर्भर है जिसमें खुद का फिल्ट्रेशन प्लांट भी मौजूद है.

5. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह भारत में निर्मित होने वाला पहला क्रूज़ है, जिसे बेहद ही शानदार तरीके से डिजाइन किया गया.

6. पर्यटन और रोजगार के क्षेत्र से यह एक बहुत अच्छी पहल है जिससे कई लोगों को फायदा मिलेगा.

यात्रा के दौरान इस क्रूज में हिंदी है विशेष सुविधाएं.

आगे पढ़ें
You may also like...

journalist

More in ओ तेरी..

To Top