शनि की कृपा रंक को राजा बना सकती है तो उसका प्रकोप राजा को रंक बनाने का काम करता है. हमारे कुंडली में कई ऐसे दोष होते हैं जिस कारण हम अपने जीवन में नकारात्मक प्रभाव से परेशान रहते हैं. कई बार लोग ये समझ नहीं पाते हैं कि इसका उपाय क्या है और जीवन में कई गंभीर परेशानियों से पीड़ित रहते हैं, पर कर्नाटक में स्थित एक शनि मंदिर ऐसा है जिसके दर्शन करने से आपके सारे शनि दोष मिट जाएंगे और आपका जीवन सही रास्ते पर चलने लगेगा. यहां पर दुनिया के कोने-कोने से भक्त अपनी परेशानियों का निवारण के लिए आते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि आखिर इस मंदिर की खासियत क्या है और यहां पर किस तरह पूजा पाठ करके आप शनि दोष से मुक्ति पा सकते हैं.
श्री शनि महात्मा मंदिर का परिचय शनि भगवान का यह मंदिर कर्नाटक राज्य के बेंगलुरु शहर के नील मंगला टाउन से 14 किलोमीटर दूर चिक्का मधुरे में स्थित है. इस मंदिर का निर्माण स्थानीय निवासी गंगा हनुमैया ने करवाया था, जो पेशे से किसान थे. उन्होंने इसे द्रविड मॉडल में बनाया था और इसकी मुख्य संरचना पर एक सुंदर गोपुर बनाया गया है. यह मंदिर आयातकर आकर में है. इसकी पूरी संरचना ग्रेनाइट पत्थरों से बनी हुई है. मंदिर के प्रवेश द्वार पर छोटी-छोटी मूर्तियां की सुंदर नक्काशी की गई है, जिसे अलग-अलग तरह के रंगों से रंगा गया है. यहां पर शनि देव मध्य क्षेत्र में गर्भ गृह में है. यहां पर शनि देव की मूर्ति काले रंग की है जो काले रंग के कपड़े और पूरे आभूषणों में लिपटी हुई है. यहां ज्यादातर उन हिंदू लोगों द्वारा दर्शन किया जाता है जो अपनी कुंडली में शनि ग्रह से प्रभावित होते हैं. विशेष रूप से जो शनि दोष होता है यह जीवन काल में 5 से 15 वर्ष तक प्रभावित करता है. इस शनि दशा के दौरान निर्दिष्ट समय अवधि के अनुसार व्यक्तिगत जीवन में कई नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं, लेकिन इस शनि दोष को शनी महात्मा मंदिर में जाकर उन्हें प्रसाद देकर और किसी व्यक्ति के जन्म कुंडली के अनुसार कुछ विशेष पूजा करके कम किया जा सकता है. कुछ लोग शनि दोष से कम प्रभावित लोगों के लिए प्रतिदिन आयोजित होने वाले सामूहिक अनुष्ठान में शामिल हो सकते हैं. यहां पर भक्त अपने नकारात्मकता को कम करने के लिए विशेष रूप से शनि देव की पूजा करते हैं. कपड़े में गुथे हुए काले तिल को अदरक के तेल में डूबा कर यहां पर लोग मूर्ति के सामने आग में जलते हैं.
श्री शनि महात्मा मंदिर से जुड़ी पांच रहस्यमई बातें 1. यहां हर वर्ष रथोत्सवम का त्योहार आयोजित होता है जिसमें हजारों भक्त शामिल होते हैं. इसमें मुख्य देवता को मंदिर के रथ में बिठाकर गांव की परिक्रमा की जाती है.
2. यहां पर शनि देव की क्रूर नजर भक्तों को डराती नहीं बल्कि अपने धाम की ओर आकर्षित करती है.
3. इस मंदिर के किनारे पर कई तरह के अद्भुत दृश्य देखने को मिलते हैं और मुख्य संरचना में पत्थर की छत है जो इसकी शोभा बढ़ाती है.
4. प्रत्येक सप्ताह के शनिवार को दुनिया के कोने-कोने से भक्त यहां पर अनुष्ठान करने और अपने शनि दोष को दूर करने के लिए विशेष पूजा करते हैं.